कर्नाटक पुलिस ने एक ऐसा बैंक डकैती केस सुलझाया है, जिसे देखकर हैरानी होती है। दावणगेरे जिले के न्यामती में SBI बैंक से 17.7 किलो सोना लूटा गया था। यह डकैती “Money Heist” सीरीज देखकर की गई थी। पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी विजय कुमार (32) है, जो तमिलनाडु के मदुरै का रहने वाला है।
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डकैती कैसे हुई?
- 26 अक्टूबर 2024 की रात आरोपियों ने बैंक में सेंध लगाई।
- उन्होंने गैस कटर से तिजोरी खोली।
- 17.7 किलो सोना (ज्यादातर गहने) चुरा लिया।
- यह सोना 500 से ज्यादा ग्राहकों का था, जिन्होंने लोन लेने के लिए गिरवी रखा था।
“Money Heist” देखकर बनाई थी पूरी रणनीति
पुलिस जांच में पता चला कि:
- विजय कुमार ने “Money Heist” सीरीज को 15 बार देखा था।
- उसने बैंक डकैती वाले YouTube वीडियो और डॉक्यूमेंट्री भी देखे।
- 6 महीने तक बैंक का पता लगाया।
- हफ्ते के अंत और छुट्टी के दिन बैंक जाकर सुरक्षा व्यवस्था को समझा।
ऐसे किया गया प्लान
- हाथों में ग्लव्स पहने ताकि फिंगरप्रिंट न छूटे।
- मिर्च पाउडर छिड़का ताकि पुलिस के स्निफर डॉग्स उनका पता न लगा सकें।
- मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया, जिससे पुलिस को कोई क्लू न मिले।
- रेनॉल्ट डस्टर कार में सोना भरकर तमिलनाडु ले गए।
- एक खाली कुएं में सोना छिपा दिया, जो विजय के परिवार के खेत में था।
लोन न मिलने पर बन गया अपराधी
विजय कुमार एक बेकरी चलाता था। उसने 15 लाख रुपये का लोन लेने के लिए SBI में आवेदन किया था। लेकिन, सिबिल स्कोर कम होने के कारण बैंक ने लोन रिजेक्ट कर दिया। इसी गुस्से में उसने बैंक लूटने की योजना बनाई।
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
- कोई सुराग नहीं मिल रहा था क्योंकि आरोपियों ने बहुत सावधानी से काम किया था।
- CCTV फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई।
- तमिलनाडु पुलिस की मदद से मदुरै में छापेमारी की गई।
- 17 किलो सोना बरामद हुआ।
कौन हैं आरोपी?
नाम | उम्र | जगह | भूमिका |
---|---|---|---|
विजय कुमार | 32 | मदुरै (तमिलनाडु) | मास्टरमाइंड |
अजय कुमार | 28 | मदुरै | विजय का भाई |
परमानंद | 30 | मदुरै | विजय का कजिन |
अभिषेक | 25 | न्यामती | स्थानीय मददगार |
चंद्रू | 26 | न्यामती | गाड़ी चालक |
मंजूनाथ | 27 | न्यामती | सुरक्षा व्यवस्था देखता था |
ये सभी पहली बार अपराध में शामिल हुए थे।

क्या कहती है पुलिस?
- IGP रविकांत गौड़ा ने कहा – “यह केस बहुत चुनौतीपूर्ण था क्योंकि आरोपियों ने कोई निशान नहीं छोड़ा था।”
- तमिलनाडु पुलिस ने कहा – “विजय ने बहुत ही बारीकी से प्लानिंग की थी, लेकिन गलती यह की कि वह अपने ही इलाके में सोना छिपाया।”
सवाल यह उठता है:
- क्या वेब सीरीज और फिल्में युवाओं को गलत रास्ते पर धकेल रही हैं?
- बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था कितनी मजबूत है?
- लोन न मिलने पर लोग अपराध क्यों करने लगते हैं?