BY: Yoganand Shrivastva
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। इसी पृष्ठभूमि में भारतीय रेल मंत्रालय ने सुरक्षा को लेकर एक अहम एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने रेलवे अधिकारियों को आगाह किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां उन्हें कॉल कर सैन्य ट्रेनों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश कर सकती हैं।
सेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में हड़कंप
बुधवार को भारतीय सेना ने एक निर्णायक कदम उठाते हुए पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में मौजूद 9 आतंकी अड्डों पर मिसाइल हमले किए। इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के कई रिश्तेदार और करीबी सहयोगी भी शामिल हैं। इस ऑपरेशन के बाद से पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी और गोलाबारी की जा रही है। भारतीय सेना भी पूरी सख्ती से इसका जवाब दे रही है।
रेलवे बोर्ड ने जारी की सख्त गाइडलाइन
इन हालात को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने अपने कर्मचारियों को एक विशेष संदेश जारी किया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि मिलिट्री ट्रेनों से जुड़ी कोई भी जानकारी सिर्फ अधिकृत सैन्य रेलवे कर्मियों तक ही सीमित रखी जाए। किसी भी अनधिकृत व्यक्ति—चाहे वह खुद को अधिकारी या पत्रकार बताए—को इस तरह की जानकारी देना सुरक्षा उल्लंघन की श्रेणी में आएगा और इससे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
गौरतलब है कि मिलिट्री रेलवे, भारतीय रेलवे की वह शाखा है, जो सशस्त्र बलों को लॉजिस्टिक सहयोग मुहैया कराती है।
सीमा पर हालात गंभीर
पाकिस्तान द्वारा लगातार सीमा पार से गोलीबारी और मोर्टार दागे जा रहे हैं। गुरुवार सुबह, पुंछ क्षेत्र में स्थित एक गुरुद्वारे को निशाना बनाते हुए की गई फायरिंग में 4 नागरिकों की मृत्यु हो गई। भारतीय सेना के हालिया कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की सेना और सरकार की स्थिति हड़बड़ाई हुई है, और युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं।