राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI), लखनऊ को नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है। चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 15.46 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक भांग जब्त की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अनुमानित कीमत करीब ₹15.46 करोड़ बताई गई है।
यह कार्रवाई ड्रग तस्करी पर रोक लगाने के लिए चलाए जा रहे सघन अभियान का हिस्सा थी।
DRI को मिली गुप्त सूचना, दो आरोपी गिरफ्तार
- घटना 10 जून की है, जब बैंकॉक से उड़ान संख्या IX 104 से लखनऊ पहुंचे दो भारतीय यात्रियों पर शक के आधार पर कार्रवाई की गई।
- डीआरआई अधिकारियों ने दोनों के चेक-इन बैग की गहन तलाशी ली, जिसमें एल्युमिनियम फॉयल में लिपटे वैक्यूम पैक पैकेट मिले।
- प्रारंभिक जांच में इन पैकेटों में मौजूद पदार्थ को हाइड्रोपोनिक कैनबिस (भांग) के रूप में पहचाना गया।
हाइड्रोपोनिक भांग: क्यों है यह इतनी खतरनाक और महंगी?
- हाइड्रोपोनिक भांग एक उच्च गुणवत्ता वाली नशीली किस्म होती है।
- यह विशेष प्रकार की भांग मिट्टी रहित जल-घोल (nutrient solution) में उगाई जाती है, जो इसे और अधिक शक्तिशाली बनाती है।
- इसे नियंत्रित इनडोर वातावरण में तैयार किया जाता है, जिससे इसकी ताकत और नशे की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है।
- अवैध बाजार में इसकी तेजी से बढ़ती मांग के चलते इसकी तस्करी अधिक हो रही है।
NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज
दोनों आरोपियों को मौके पर ही NDPS अधिनियम, 1985 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है।
इस कार्रवाई का महत्व
- ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिहाज से यह कार्रवाई बेहद अहम मानी जा रही है।
- एयरपोर्ट पर इतनी बड़ी मात्रा में हाइड्रोपोनिक भांग की बरामदगी यह दर्शाती है कि तस्कर अब उन्नत और महंगे नशीले पदार्थों की ओर बढ़ रहे हैं।
- डीआरआई की यह सतर्कता न केवल ड्रग सिंडिकेट पर करारा प्रहार है, बल्कि देश की हवाई सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा भी मजबूत करती है।
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डीआरआई लखनऊ की यह कार्रवाई उन लोगों के लिए चेतावनी है, जो हवाई मार्गों के जरिये भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी करना चाहते हैं। गुप्त खुफिया जानकारी और तत्परता के साथ की गई इस कार्रवाई से साफ है कि एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं।