भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस साल के इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फाइनल को खास बनाने की पूरी तैयारी कर ली है। 3 जून को अहमदाबाद में होने वाले इस महामुकाबले में खेल और देशभक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
BCCI ने घोषणा की है कि वह फाइनल के समापन समारोह को भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित करेगा और हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर में दिखाई गई वीरता का सम्मान करेगा।
क्यों खास है यह आयोजन?
इस आयोजन की सबसे अहम बात यह है कि पहली बार IPL फाइनल में तीनों सेनाओं के प्रमुखों – थल सेना, नौसेना और वायुसेना – को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
इस कदम का मकसद सिर्फ खेल का उत्सव नहीं, बल्कि देश की रक्षा में जुटे नायकों को सम्मानित करना है।
BCCI सचिव का बयान: देशभक्ति को सलाम
BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा:
“हमने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाने के लिए सभी भारतीय सशस्त्र बलों के प्रमुखों, शीर्ष अधिकारियों और सैनिकों को आईपीएल फाइनल में आमंत्रित किया है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि,
“BCCI भारतीय सेना के साहस, वीरता और निस्वार्थ सेवा को नमन करता है। क्रिकेट हमारे देश का जुनून है, लेकिन देश की संप्रभुता और सुरक्षा से बढ़कर कुछ नहीं।”
ऑपरेशन सिंदूर: एक साहसी जवाब
- 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने हमला किया था।
- इस हमले में 26 निर्दोष लोगों, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे, की जान गई।
- इसके बाद भारत ने आतंक के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया।
- इस सैन्य अभियान में भारतीय सेना ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
- बाद में पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम की अपील के बाद भारत ने अभियान को रोकने पर सहमति दी।
कौन हैं सेना प्रमुख?
- थल सेना: जनरल उपेंद्र द्विवेदी
- नौसेना: एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी
- वायुसेना: एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह
इन सभी को IPL फाइनल में सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।
पूर्व BCCI अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
BCCI के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा:
“यह एक सराहनीय पहल है। हमारे जवानों ने ऑपरेशन सिंदूर में जो वीरता दिखाई, वह देश के लिए गर्व की बात है। उन्हें सम्मान देना हम सबकी जिम्मेदारी है।”