BY: Yoganand Shrivastava
बेंगलुरु, कर्नाटक में एक बार फिर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया है। उनके राजनीतिक सचिव के. गोविंदराज को तत्काल प्रभाव से पद से मुक्त कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई, हालांकि इस फैसले के पीछे की ठोस वजहों को स्पष्ट नहीं किया गया है।
भगदड़ के बाद लगातार बढ़ रहा दबाव
बेंगलुरु में बुधवार को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर IPL 2025 की जीत के बाद हुए जश्न के दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया। इसके बाद से विपक्षी दलों, खासकर भाजपा, ने सरकार की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज
घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया। इनमें कब्बन पार्क थाना प्रभारी, स्टेशन हाउस मास्टर, एसीपी, डीसीपी, स्टेडियम प्रभारी, एडिशनल पुलिस कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर शामिल हैं। सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई प्रथम दृष्टया लापरवाही और कर्तव्य में चूक के आधार पर की गई है।
आयोजन से जुड़ी कंपनियों पर कार्रवाई
घटना के संबंध में जांच आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने RCB फ्रेंचाइजी, डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ केस दर्ज किया है। अब तक डीएनए और RCB के चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि आयोजन के दौरान सुरक्षा प्रबंधन में गंभीर खामियां थीं।
राजनीतिक सचिव की छुट्टी का कारण स्पष्ट नहीं
हालांकि के. गोविंदराज को हटाए जाने की टाइमिंग इस घटना से जुड़ी दिखाई दे रही है, लेकिन सरकार की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह कदम भगदड़ की घटना से संबंधित है या किसी अन्य कारण से। इतना जरूर है कि सिद्धारमैया सरकार इन दिनों विपक्ष के दबाव और जनता की नाराजगी के बीच बड़े-बड़े फैसले ले रही है।