कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे दो बार परीक्षा में असफल हुए थे, जिससे उनकी प्रधानमंत्री बनने की क्षमता पर प्रश्नचिह्न लग गया था। इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अय्यर के इस बयान को साझा करते हुए कहा, “पर्दा उठने दो।” उन्होंने इस बयान को कांग्रेस की आंतरिक समस्याओं का प्रतीक बताया।
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता हरीश रावत ने अय्यर को ‘हताश व्यक्ति’ करार देते हुए कहा, “मैं किसी हताश व्यक्ति पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं राजीव गांधी को जानता था, जिन्होंने देश को आधुनिक दृष्टिकोण दिया। उन्होंने अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के लिए ठोस कदम उठाए थे।”
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब अय्यर ने हाल ही में कहा था कि गांधी परिवार ने उनकी राजनीतिक यात्रा को बनाया और बिगाड़ा है। उन्होंने बताया कि सोनिया गांधी से उन्हें दस वर्षों तक व्यक्तिगत मुलाकात का अवसर नहीं मिला, जबकि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी उनकी बातचीत सीमित रही।
मणिशंकर अय्यर राजीव गांधी के करीबी सहयोगी रहे हैं, लेकिन उनके हालिया बयानों ने कांग्रेस पार्टी में असहजता पैदा कर दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस मुद्दे को कैसे संभालती है और आगामी राजनीतिक परिदृश्य पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।