भारत में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर से चिंता का कारण बन गया है। बीते 20 दिनों में कोविड मामलों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। मई में जहां देश में सिर्फ 93 एक्टिव केस थे, वहीं अब यह आंकड़ा 5364 पर पहुंच गया है। यह करीब 58 गुना बढ़ोतरी है।
24 घंटे में 500 नए केस, 29 राज्यों में फैल चुका संक्रमण
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 500 नए मामले दर्ज किए गए हैं। कोरोना संक्रमण अब तक 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तक फैल चुका है।
राज्यवार एक्टिव केस आंकड़े:
- केरल: 1679 मामले
- गुजरात: 615 मामले
- पश्चिम बंगाल: 596 मामले
- दिल्ली: 592 मामले
- महाराष्ट्र: 548 मामले
15 दिन में 53 मौतें, अब तक 55 लोगों की जान गई
कोरोना के नए वैरिएंट्स के चलते इस साल अब तक 55 मौतें हो चुकी हैं, जिनमें से 53 मौतें केवल पिछले 15 दिनों में हुई हैं।
- दिल्ली: गुरुवार को 2 मौतें, जिनमें एक 5 महीने का बच्चा शामिल
- केरल: 2 मौतें
- कर्नाटक और पंजाब: 1-1 मौत
- महाराष्ट्र: सबसे ज्यादा 17 मौतें
ओडिशा में स्कूलों में मास्क फिर से अनिवार्य
गर्मी की छुट्टियों के बाद ओडिशा में स्कूल कोविड गाइडलाइंस के साथ दोबारा खोले गए हैं।
शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड ने बताया कि:
- जिन बच्चों को सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण हैं, उन्हें मास्क पहनना जरूरी होगा।
- गंभीर लक्षण वाले बच्चों को स्कूल ना आने और घर पर आइसोलेट रहने की सलाह दी गई है।
कोरोना से निपटने के लिए देशभर में मॉक ड्रिल
केंद्र सरकार ने गुरुवार को देशभर के चुनिंदा अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की। इसका उद्देश्य था यह जांचना कि:
- ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था कितनी मजबूत है
- दवाओं और वेंटिलेटर की उपलब्धता कैसी है
- आपात स्थिति में अस्पताल कितना तैयार है
इससे पहले 2 जून को एक और मॉक ड्रिल की गई थी, जिसमें हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की रेटिंग दी गई थी। इसमें खास ध्यान था:
- लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक
- प्रेशर स्विंग एडजॉर्पशन प्लांट
- मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम
क्या भारत में कोरोना की चौथी लहर आ रही है?
हालांकि अभी इसे चौथी लहर कहना जल्दबाज़ी होगी, लेकिन तेजी से बढ़ते केस, स्थानीय स्तर पर मौतों में बढ़ोतरी, और फिर से लागू हो रही गाइडलाइंस इस ओर संकेत जरूर दे रहे हैं कि सतर्कता बेहद जरूरी है।
लोगों को क्या करना चाहिए?
- हल्के लक्षणों पर भी तुरंत टेस्ट करवाएं
- सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनें
- बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें
- भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें
कोरोना का खतरा भले ही कुछ समय से कम नजर आ रहा था, लेकिन नए वैरिएंट्स और बढ़ते मामलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। सरकार की तैयारियों के साथ-साथ नागरिकों की सतर्कता ही संक्रमण को रोक सकती है।