BY: Yoganand Shrivastva
संगारेड्डी (तेलंगाना) – तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में सोमवार को एक भयावह औद्योगिक हादसा हो गया। पासमैलारम फेज-1 स्थित एक रासायनिक फैक्ट्री में रिएक्टर के विस्फोट के चलते भीषण धमाका हुआ, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक मजदूर घायल हुए हैं। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
विस्फोट के बाद फैली अफरा-तफरी
यह हादसा उस समय हुआ जब फैक्ट्री में करीब 100 मजदूर कार्यरत थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका इतना तेज था कि फैक्ट्री का एक बड़ा हिस्सा उड़ गया और कुछ श्रमिकों के शरीर के हिस्से दूर तक उड़ते हुए देखे गए। घटना के तुरंत बाद चारों तरफ चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई।
दमकल विभाग और रेस्क्यू टीम मौके पर
जैसे ही घटना की सूचना मिली, 11 दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, जो तुरंत आग बुझाने में जुट गईं। पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें भी राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। अभी तक सटीक तौर पर विस्फोट के कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन कहा जा रहा है कि यह फैक्ट्री में मौजूद रसायनों की प्रतिक्रिया के कारण हुआ होगा।
अस्पताल में इलाज के दौरान हुईं कई मौतें
हालांकि मौके पर शुरू में कोई शव नहीं मिला था, लेकिन बाद में जब घायल श्रमिकों को अस्पताल पहुंचाया गया, तो कई लोगों को मृत घोषित किया गया। कुछ मजदूरों की हालत नाजुक बनी हुई है, और उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में भर्ती किया गया है।
किस फैक्ट्री में हुआ हादसा?
यह हादसा सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड में हुआ, जो एक फार्मास्युटिकल और केमिकल निर्माण इकाई है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, यह फर्म API (Active Pharmaceutical Ingredients), एक्सिपिएंट्स, विटामिन-मिनरल मिक्स और O&M (Operation & Maintenance) सेवाओं में कार्यरत है।
अधिकारियों का बयान
संगारेड्डी के पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज ने बताया, “विस्फोट में फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है। अभी तक विस्फोट के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है, विस्तृत जानकारी आने में समय लगेगा।”
तेलंगाना अग्निशमन विभाग ने भी पुष्टि की है कि, “करीब 15-20 लोग घायल हैं। मौके पर दमकल और मेडिकल टीमें मौजूद हैं। स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की जा रही है।”
फिर उठा सवाल – क्या है केमिकल फैक्ट्रियों की सुरक्षा व्यवस्था?
यह हादसा फिर एक बार औद्योगिक सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता नजर आ रहा है। फैक्ट्री में सैकड़ों मजदूरों की जान जोखिम में होती है, लेकिन कई बार सुरक्षा मानकों की अनदेखी बड़े हादसों का कारण बन जाती है।