BY: Yoganand Shrivastva
अबू धाबी: ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर साझा करने और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की पोल खोलने के लिए भारत सरकार ने विभिन्न देशों में संसदीय प्रतिनिधिमंडलों को भेजा है। इसी क्रम में शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंचा, जहां भारतीय जनता पार्टी की नेता बांसुरी स्वराज ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया।
बांसुरी स्वराज का करारा प्रहार
भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए बांसुरी स्वराज ने खाड़ी देशों और भारत के बीच मज़बूत संबंधों को रेखांकित किया और वहां रह रहे भारतीयों के योगदान को ‘ब्रह्मास्त्र’ बताते हुए सराहा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने जो साहस दिखाया, उसने “सिंदूर” को अब न्याय और शक्ति का प्रतीक बना दिया है।
उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, “22 अप्रैल को जो कुछ हुआ, वह हमारी आस्था और अस्तित्व पर सीधा हमला था। जब हमने जवाब दिया, तो 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। लेकिन पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग करने की बजाय सैन्य तनाव बढ़ाने का रास्ता चुना। यदि कोई हमारे दरवाजे पर युद्ध लाएगा, तो हम उसे समाप्त भी करेंगे।”
प्रवासियों से संदेश फैलाने की अपील
बांसुरी स्वराज ने भारतीय समुदाय से अपील की कि वे अपने-अपने समुदायों, दफ्तरों, पूजा स्थलों और घरों में भारत की शांतिपूर्ण लेकिन दृढ़ नीति का संदेश फैलाएं। उन्होंने कहा कि भारत ने संयम और परिपक्वता के साथ जवाब दिया, जबकि पाकिस्तान ने हमारे पवित्र स्थलों को निशाना बनाया।
अफवाहों के खिलाफ भारत की पहल
प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “नकारात्मकता तेजी से फैलती है, लेकिन हम उसका मुकाबला कर रहे हैं। यह 13-14 दिन की यात्रा न केवल परिप्रेक्ष्य बदलेगी, बल्कि पाकिस्तान द्वारा रचे गए झूठे नैरेटिव को भी उजागर करेगी।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता और यह प्रतिनिधिमंडल हर मंच पर भारत का पक्ष मजबूती से रखेगा।
प्रतिनिधिमंडल की यूएई यात्रा
यूएई दौरे में प्रतिनिधिमंडल ने सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान मुबारक अल नाहयान से भी मुलाकात की, जिन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। भारतीय पक्ष ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद और भारत के भीतर सामाजिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिशों को उजागर किया।
इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में बांसुरी स्वराज के अलावा ई.टी. मोहम्मद बशीर, अतुल गर्ग, सस्मित पात्रा, मनन कुमार मिश्रा, सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया और पूर्व राजदूत सुजान चिनॉय शामिल हैं। यह दौरा चार देशों की कूटनीतिक यात्रा का हिस्सा है, जिसका पहला पड़ाव UAE है।
भारत का यह प्रयास वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ उसके मजबूत रुख को और भी स्पष्टता से प्रस्तुत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है।
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