बिहार के सीतामढ़ी जिले से शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। स्कूल परिसर में ही हेडमास्टर और एक महिला शिक्षिका के बीच जमकर हाथापाई हुई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
स्कूल परिसर में WWE जैसी लड़ाई, बाल पकड़कर की मारपीट
सीतामढ़ी जिले के बोखरा प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय बुद्धनगरा बालक में प्रभारी प्रधानाध्यापक पूजा पल्लवी और उनकी एक महिला सहकर्मी के बीच जमकर मारपीट हुई। दोनों ने एक-दूसरे का बाल पकड़कर खींचा और खुलेआम अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
इस शर्मनाक घटना का वीडियो अब इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।
BEO से भी की बदसलूकी, दी खुली धमकी
घटना की जानकारी मिलने पर जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) सुधीर कुमार राय जांच के लिए स्कूल पहुंचे, तो पूजा पल्लवी ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जब अधिकारी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही, तो उन्होंने उल्टा धमकी देते हुए कहा –
“जो करना है कीजिए, आपका भी चिट्ठा हमारे पास है।”
पूजा पल्लवी पर लगे गंभीर आरोप
स्थानीय शिक्षकों और छात्रों ने पूजा पल्लवी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें शामिल हैं:
- शिक्षकों को उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से रोकना
- खुद देर से स्कूल आना, बाकी स्टाफ को इंतजार करवाना
- स्कूल में पिछले एक सप्ताह से बच्चों को मिड-डे मील न मिलना
- विभागीय रिकॉर्ड और उपस्थिति रजिस्टर दिखाने से इनकार करना
BEO सुधीर कुमार राय ने उनके इस व्यवहार को “गंभीर अनुशासनहीनता” करार दिया है।
निलंबन की सिफारिश, कार्रवाई की मांग
पूरी घटना के बाद BEO ने पंचायत सचिव को पत्र लिखकर पूजा पल्लवी के निलंबन की अनुशंसा की है। इसके साथ ही उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को भी पत्र भेजकर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से सख्त कदम उठाने की अपील की है।
शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
एक तरफ सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के दावे कर रही है, वहीं इस तरह की घटनाएं पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर रही हैं। स्कूलों में शिक्षकों का इस तरह झगड़ना न केवल बच्चों के भविष्य को प्रभावित करता है, बल्कि समाज में गलत संदेश भी देता है।
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा
इस घटना का वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई यूजर्स ने कहा कि “अगर स्कूल में शिक्षक ही इस तरह लड़ेंगे, तो बच्चों को क्या सिखाया जाएगा?”
निष्कर्ष
बिहार के शिक्षा विभाग के लिए यह एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। जरूरी है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो ताकि स्कूल का माहौल दोबारा शिक्षा के अनुकूल बनाया जा सके और बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे।