27 अप्रैल को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) के नए मोबाइल ऐप ‘सचेत’ का उपयोग करने के लिए नागरिकों को प्रोत्साहित किया। यह ऐप स्थानीय भाषाओं में आपदा चेतावनी देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा, “किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है आपकी सतर्कता। अब एक विशेष मोबाइल ऐप आपकी मदद के लिए उपलब्ध है, जिसका नाम है ‘सचेत’। यह ऐप आपको प्राकृतिक आपदा में फंसने से बचा सकता है।”
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी ने बताया कि यह ऐप लोगों को प्राकृतिक आपदाओं के लिए पहले से तैयार रहने में मदद करेगा।
‘सचेत’ ऐप क्या है?
‘सचेत’ मोबाइल ऐप उपयोगकर्ताओं को उनके स्थान के आधार पर वास्तविक समय में आपदा चेतावनी देता है। यह Common Alerting Protocol (CAP) का उपयोग करता है और भारत के किसी भी राज्य या जिले के लिए अलर्ट सब्सक्राइब करने की सुविधा देता है।
पीएम मोदी ने बताया कि यह ऐप उपयोगकर्ताओं को “बाढ़, चक्रवात, भूस्खलन, सुनामी, जंगल की आग, हिमस्खलन, तूफान, तड़ितझंझा (लाइटनिंग)” जैसी घटनाओं के बारे में सचेत करेगा।
इसके अलावा, यह ऐप भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के नियमित अपडेट, दैनिक पूर्वानुमान और सलाह भी प्रदान करता है।
क्षेत्रीय भाषाओं में सुविधा
पीएम मोदी ने बताया कि ‘सचेत’ ऐप की खास बात यह है कि यह 12 भारतीय भाषाओं में जानकारी प्रदान करता है और इसमें टेक्स्ट-टू-स्पीच सुविधा भी शामिल है, ताकि सभी लोग इसका लाभ उठा सकें।

इस ऐप पर जारी सभी अलर्ट सरकारी स्रोतों से आते हैं, जिससे इसकी विश्वसनीयता सुनिश्चित होती है। साथ ही, इसमें आपातकालीन स्थितियों के लिए ‘क्या करें और क्या न करें’, हेल्पलाइन नंबर, प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी और संचार बनाए रखने के लिए सैटेलाइट रिसीवर कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।
म्यांमार भूकंप पर ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’
इसी कार्यक्रम में पीएम मोदी ने म्यांमार में आए भूकंप के बाद भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा, “आपने पिछले महीने म्यांमार में आए भूकंप की विनाशकारी तस्वीरें देखी होंगी। भारत ने तुरंत ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू करके वहाँ के लोगों की मदद की। वायुसेना और नौसेना के जहाज़ों सहित सभी संसाधनों को तैनात किया गया।”
उन्होंने भारतीय रेस्क्यू टीम की तारीफ की, जिन्होंने फील्ड हॉस्पिटल स्थापित किया, जरूरी संरचनाओं की क्षति का आकलन किया और कंबल, टेंट, दवाइयाँ, स्लीपिंग बैग व खाद्य सामग्री जैसी आवश्यक चीजें पहुँचाईं। मोदी ने बताया कि म्यांमार के स्थानीय लोगों ने भारतीय टीम के प्रयासों की सराहना की।