गुवाहाटी, 18 अप्रैल 2025 – असम की कॉटन यूनिवर्सिटी ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ANRF PAIR (पार्टनरशिप्स फॉर एक्सेलेरेटेड इनोवेशन एंड रिसर्च) ग्रांट जीता है। यह ग्रांट 5 साल में 14 करोड़ रुपये का है और इससे उत्तर-पूर्व भारत में वैज्ञानिक अनुसंधान को नई गति मिलेगी।
ग्रांट के मुख्य बिंदु
✅ 6 संस्थानों का संघ: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के नेतृत्व में, तेजपुर यूनिवर्सिटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब, दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज यूनिवर्सिटी और बरहमपुर यूनिवर्सिटी भी शामिल।
✅ प्रमुख शोध क्षेत्र:
- उन्नत सामग्री विज्ञान (Advanced Materials)
- आणविक एवं संश्लेषण जीवविज्ञान (Molecular & Synthetic Biology)
- पर्यावरण स्थिरता (Environmental Sustainability)
✅ अत्याधुनिक उपकरण: - 400 MHz NMR स्पेक्ट्रोमीटर
- फोटोलुमिनेसेंस स्पेक्ट्रोफोटोमीटर
- ICP-MS (इंडक्टिवली कपल्ड प्लाज्मा मास स्पेक्ट्रोमीटर)
ग्रांट कैसे मिला?
7-8 मार्च 2025 को भारतीय विज्ञान अकादमी, बेंगलुरु में ANRF द्वारा आयोजित कठिन चयन प्रक्रिया के बाद 30 में से केवल 7 संस्थानों को यह ग्रांट मिला। कॉटन यूनिवर्सिटी ने अपने उत्कृष्ट शोध प्रस्ताव और प्रस्तुति के दम पर सफलता हासिल की।
यह उपलब्धि सितंबर 2024 में NAAC ‘A’ ग्रेड मिलने के बाद विश्वविद्यालय की एक और बड़ी सफलता है।
छात्रों और शोधकर्ताओं को लाभ
🔹 JNU और अन्य संस्थानों के साथ छात्र विनिमय कार्यक्रम
🔹 अत्याधुनिक शोध सुविधाओं तक पहुंच
🔹 विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण
डॉ. अब्दुल वहाब (प्रमुख शोधकर्ता) और प्रो. रमेश च. डेका (कुलपति) ने इस ग्रांट को हासिल करने में अहम भूमिका निभाई।
Ye Bhi Pade – जस्टिस वर्मा मामले में FIR पर सवाल, धनखड़ ने मांगी जांच