जानिए कितना संभव है यह कदम
इस्लामाबाद/बीजिंग।
भारत द्वारा सिंधु जल संधि को सस्पेंड किए जाने के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। बौखलाए पाकिस्तानियों ने अब अपने सदाबहार दोस्त चीन से भारत का पानी रोकने की अपील की है। सोशल मीडिया से लेकर टीवी डिबेट तक, पाकिस्तानी नेताओं और विशेषज्ञों ने चीन से ब्रह्मपुत्र नदी का पानी रोकने की मांग की है, ताकि भारत को सबक सिखाया जा सके।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि के तहत जल बंटवारे का एक कानूनी समझौता है, लेकिन भारत और चीन के बीच ब्रह्मपुत्र नदी (चीन में यारलुंग त्सांगपो) के पानी को लेकर कोई कानूनी या बाध्यकारी जल साझा समझौता नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान की यह मांग व्यावहारिक रूप से मुश्किल नजर आती है।
पाकिस्तानी विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि भारत की कई प्रमुख नदियां चीन से निकलती हैं और यदि चीन पानी रोक दे तो भारत को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि, भूगोल और जलविज्ञान के जानकार मानते हैं कि ब्रह्मपुत्र भारत में प्रवेश करने के बाद कई अन्य सहायक नदियों से भी जुड़ती है, इसलिए चीन द्वारा कुछ हद तक पानी रोकना भी भारत पर व्यापक प्रभाव नहीं डाल सकता।
भारत ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल समझौते के तहत साझा किए जाने वाले जल डेटा को भी रोकने की चेतावनी दी है। यदि डेटा साझा करना बंद कर दिया गया, तो पाकिस्तान के लिए बाढ़ और सूखे की भविष्यवाणी करना मुश्किल हो जाएगा, जिससे कृषि क्षेत्र पर बड़ा असर पड़ सकता है।
इधर, पाकिस्तान के कुछ नेता और एक्सपर्ट भारत के खिलाफ उग्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, और खुलेआम भारत के खिलाफ हिंसा भड़काने की बातें कर रहे हैं।