मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बड़ा फैसला लिया है। उनके सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी को अब कंपनी का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। यह भूमिका 1 मई 2025 से शुरू होगी और 5 साल तक रहेगी।
यह अनंत की पहली एग्जीक्यूटिव भूमिका है, जो रिलायंस में उनके बढ़ते प्रभाव को दिखाता है।
यह नियुक्ति इतनी अहम क्यों?
- लीडरशिप में बड़ा बदलाव
- अनंत पहले से ही रिलायंस के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे (अगस्त 2023 से)।
- अब वे एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बन गए हैं, जिसका मतलब है कि वे सीधे बिजनेस के फैसलों में भाग लेंगे।
- ग्रीन एनर्जी को मिलेगी ताकत
- 2022 से अनंत रिलायंस के न्यू एनर्जी बिजनेस को संभाल रहे हैं, जिसमें सोलर पावर, ग्रीन हाइड्रोजन और बैटरी टेक्नोलॉजी शामिल है।
- यह नियुक्ति दिखाती है कि रिलायंस क्लीन एनर्जी पर और जोर देगा।
- अंबानी परिवार की सक्सेशन प्लानिंग
- मुकेश अंबानी धीरे-धीरे अपने बच्चों को लीडरशिप की तैयारी करवा रहे हैं:
- आकाश (बड़े बेटे) – जियो इन्फोकॉम (टेलीकॉम) के चेयरमैन।
- ईशा (बेटी) – रिलायंस रिटेल और ई-कॉमर्स की हेड।
- अनंत – अब एनर्जी और सस्टेनेबिलिटी बिजनेस संभालेंगे।
- मुकेश अंबानी धीरे-धीरे अपने बच्चों को लीडरशिप की तैयारी करवा रहे हैं:
अनंत अंबानी का बढ़ता प्रभाव
- शिक्षा और शुरुआती भूमिकाएँ:
- ब्राउन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट।
- 2023 में रिलायंस के बोर्ड में शामिल हुए।
- अन्य बोर्ड पोजीशन्स:
- जियो प्लेटफॉर्म्स (2020 से)
- रिलायंस रिटेल वेंचर्स (2022 से)
- रिलायंस न्यू एनर्जी और सोलर एनर्जी (2021 से)
- रिलायंस फाउंडेशन (2022 से)
रिलायंस का अगला कदम क्या होगा?
अनंत की यह नियुक्ति दिखाती है कि रिलायंस:
✔ क्लीन एनर्जी पर फोकस बढ़ाएगा
✔ ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाएगा
✔ सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल पर काम करेगा
इसके साथ ही, यह कदम लीडरशिप ट्रांजिशन को स्मूथ बनाने की तैयारी भी है।
अंतिम विचार
अनंत अंबानी की यह नियुक्ति सिर्फ एक कॉर्पोरेट बदलाव नहीं है—यह रिलायंस को ग्रीन और सस्टेनेबल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब देखना होगा कि वे एनर्जी सेक्टर में कितना बड़ा बदलाव लाते हैं।
आपको क्या लगता है? क्या अनंत की लीडरशिप में भारत की क्लीन एनर्जी रेवोल्यूशन तेज होगी? कमेंट में बताएँ!