अंबिकापुर को फिर से नंबर वन बनने की चुनौती
स्थान: अंबिकापुर | संवाददाता: दिनेश गुप्ता
कभी स्वच्छता में देशभर में मिसाल बना अंबिकापुर अब अपनी चमक खोता नजर आ रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 और 2024 की रिपोर्ट में अंबिकापुर नगर निगम की रैंकिंग गिरकर 27वें स्थान पर आ गई है। एक समय था जब यह शहर स्वच्छता में देश में शीर्ष स्थान पर था, लेकिन अब कई सवालों के घेरे में आ गया है।
पहले चमकता था अंबिकापुर, अब हालात बदतर
पुराने अंबिकापुर की तस्वीरें आज भी लोगों के जेहन में ताजा हैं — स्वच्छ गलियां, कचरा मुक्त सड़कें और देशभर में प्रसिद्ध “जीरो वेस्ट मॉडल”। लेकिन आज के हालात बदले हुए हैं। शहर के कई इलाकों में कचरे के ढेर और सफाई व्यवस्था में लापरवाही साफ नजर आती है।
गिरावट के पीछे कई वजहें
विशेषज्ञों के अनुसार नगर निगम की सक्रियता में कमी, कचरा संग्रहण में अनियमितता, सफाई कर्मचारियों की कमी और नागरिकों की घटती जागरूकता इसके प्रमुख कारण हैं। जहां पहले हर गली-मोहल्ले में सफाई को लेकर सजगता दिखती थी, अब वहां उदासीनता दिखाई दे रही है।
शहरवासियों की राय
महापौर ने इस गिरावट को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सुधार के प्रयास तेज किए जाएंगे। वहीं वरिष्ठ नागरिक श्रीकांत चौबे ने कहा कि “अंबिकापुर ने स्वच्छता में जो पहचान बनाई थी, उसे फिर से हासिल करना आसान नहीं होगा अगर हम सब मिलकर प्रयास नहीं करें।”
सफाई कर्मचारी आशा टोप्पो ने बताया कि कर्मचारियों की संख्या कम होने के चलते कई इलाकों में नियमित सफाई संभव नहीं हो पा रही है। पत्रकार एवं युवा सामाजिक कार्यकर्ता विकास गुप्ता ने भी अपनी बात रखते हुए कहा, “केवल प्रशासन पर निर्भर नहीं रह सकते, नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभानी होगी, तभी अंबिकापुर फिर से चमक सकेगा।”
छात्रा सुमन ने भी जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में स्वच्छता अभियान चलाकर युवा वर्ग को भी जोड़ा जाना चाहिए।
नगर निगम की नई पहल
गिरती रैंकिंग को देखते हुए नगर निगम ने अब नए सफाई अभियानों की तैयारी शुरू कर दी है। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा और नागरिकों के सहयोग से अंबिकापुर फिर से अपनी खोई हुई पहचान वापस पाएगा।