BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार सुबह जैसे ही दिल्ली लौटे, उन्होंने तुरंत ही एक हाईलेवल मीटिंग कर स्थिति का जायजा लिया। एयरपोर्ट पर ही विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री ने एक संक्षिप्त लेकिन अहम बैठक की। इसके बाद वे सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं।
क्या हुआ था पहलगाम में?
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई और 13 से ज्यादा लोग घायल हो गए। आतंकियों ने ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहे जाने वाले बैसरन इलाके में घात लगाकर हमला किया, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक मौज-मस्ती कर रहे थे। आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे श्रीनगर
हमले के कुछ ही घंटों बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए थे। वहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी नलिन प्रभात से घटना की विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद अमित शाह ने सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, गृहमंत्री ने इस आतंकी हमले के बाद सुरक्षा प्रबंधों की गंभीरता से समीक्षा की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
बड़े हमलों में से एक
इस हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे “हाल के वर्षों में आम नागरिकों पर हुआ सबसे भीषण हमला” बताया है।
हमले की लोकेशन और तरीका
घटना बैसरन इलाके में हुई, जो पहलगाम से करीब छह किलोमीटर दूर है। यह घना जंगल और पहाड़ी इलाका है, जहां पर्यटक टट्टू की सवारी, पिकनिक और प्राकृतिक नजारों का आनंद ले रहे थे। आतंकियों ने इन पर्यटकों पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जांच में यह भी सामने आया है कि आतंकी संभवतः किश्तवाड़ से कोकेरनाग के रास्ते इस इलाके तक पहुंचे थे।
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