मुख्य बिंदु:
- 6 शहरों में दौड़ेंगी ई-बसें: भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और सागर में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें शुरू होंगी।
- सस्ता किराया: यात्रियों को सिर्फ ₹2 प्रति किलोमीटर का किराया देना होगा, जो सामान्य बसों से कम है।
- पर्यावरण के अनुकूल: ये बसें प्रदूषण कम करेंगी और ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देंगी।
- केंद्र सरकार की योजना: देश के 88 शहरों में चलने वाली इस योजना में MP को 582 बसें मिलेंगी।
- आधुनिक सुविधाएँ:
- 10 नए बस डिपो
- चार्जिंग स्टेशन
- नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) से कैशलेस यात्रा
यह कैसे काम करेगा?
- सब्सिडी का लाभ: केंद्र और राज्य सरकार मिलकर खर्च वहन करेंगी।
- कुल लागत: ₹58.14 प्रति किमी
- केंद्र का हिस्सा: ₹22 प्रति किमी
- बसों के प्रकार:
- 472 मिडी बसें (26 सीटर)
- 110 मिनी बसें (21 सीटर)
- लॉन्च की संभावित तिथि: सितंबर-अक्टूबर 2025
यह योजना क्यों महत्वपूर्ण है?
✅ प्रदूषण कम करेगी: इलेक्ट्रिक बसें कार्बन उत्सर्जन घटाएंगी।
✅ यात्रियों के लिए सस्ती: डीजल बसों की तुलना में किफायती।
✅ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को बढ़ावा: आधुनिक शहरी परिवहन का हिस्सा।
Contents
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास
- डिपो और चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे:
- भोपाल: बैरागढ़ और कस्तूरबा नगर
- इंदौर: नायता मुंडला और चंदन नगर
- उज्जैन और सागर: नए डिपो बनेंगे
अंतिम निष्कर्ष
यह कदम मध्य प्रदेश में सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट की दिशा में एक बड़ी छलांग है। सस्ता किराया, स्वच्छ यात्रा और आधुनिक सुविधाओं के साथ, MP ग्रीन मोबिलिटी में अग्रणी बनने जा रहा है।