रिपोर्ट – प्रशांत जोशी, कांकेर
कांकेर। राज्य सरकार द्वारा जनकल्याण और पारदर्शी प्रशासन की दिशा में चलाए जा रहे सुशासन तिहार 2025 के तहत कांकेर जिला मुख्यालय में आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में अधिकारियों ने सुशासन तिहार के उद्देश्यों, अब तक की प्रगति और आगामी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप राज्य में शासन-प्रशासन को जनहित केंद्रित और जवाबदेह बनाने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है – जनता की समस्याओं का समयबद्ध समाधान, शासकीय योजनाओं की समीक्षा और निगरानी, विकास कार्यों में तेजी और जन प्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों से सीधा संवाद।
सुशासन तिहार 2025 का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। इसमें पहला चरण 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक संपन्न हुआ, जिसके दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आम जनता की समस्याओं, मांगों और सुझावों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए। ये आवेदन समाधान पेटियों, समाधान शिविरों और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जुटाए गए हैं।
प्रशासन ने बताया कि यह पहल सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि जनभागीदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक ठोस कदम है। जनता की आवाज को सीधे तौर पर सुनना, उसे दर्ज करना और समयबद्ध ढंग से उसका निराकरण करना इस अभियान का मूल उद्देश्य है।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में आयोजित होने वाले दूसरे और तीसरे चरण के तहत समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें जनता अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेगी और मौके पर ही कई समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकेगी।
प्रेस वार्ता के अंत में जिला प्रशासन ने सभी पत्रकारों और नागरिकों से इस जनकल्याणकारी अभियान को सफल बनाने में सहयोग की अपील की और जनता को इसमें सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया।
यह आयोजन राज्य में सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो शासन की जनता के प्रति उत्तरदायित्व की भावना को सशक्त करने का कार्य कर रहा है।