BY: Yoganand Shrivastva
पुंछ, जम्मू-कश्मीर भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का दौरा किया। यह वही क्षेत्र है जहां हाल ही में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में सिंह सभा गुरुद्वारा को निशाना बनाया गया था। इस हमले में चार सिख श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया था।
अमित शाह ने गुरुद्वारे पहुंचकर मत्था टेका और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान की बर्बर कार्रवाई की निंदा करते हुए स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपने धार्मिक स्थलों और नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
क्या है मामला? पाकिस्तान ने क्यों किया था हमला?
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
- जवाबी कार्रवाई में बौखलाए पाकिस्तान ने एलओसी और सीमावर्ती इलाकों में आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना शुरू किया।
- इसी दौरान पुंछ स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे पर गोलीबारी की गई जिसमें 4 सिख श्रद्धालुओं की जान चली गई।
अमित शाह ने दिया मजबूत संदेश
गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा सिर्फ औपचारिकता नहीं था, बल्कि पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश भी था:
“भारत सहनशील है, लेकिन कमजोर नहीं। हम अपने नागरिकों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे।”
गीता भवन मंदिर भी हुए हमले का शिकार
अमित शाह ने पुंछ में स्थित गीता भवन मंदिर का भी दौरा किया:
- वहां पूजा-अर्चना की।
- मंदिर को हुए नुकसान का निरीक्षण किया।
- स्थानीय प्रशासन को पुनर्निर्माण और सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
पुंछ के लोगों के साथ खड़े हैं: अमित शाह
अमित शाह ने पुंछ की जनता को भरोसा दिलाया:
- सरकार न केवल सुरक्षा बलों के साथ, बल्कि स्थानीय लोगों के साथ भी खड़ी है।
- केंद्र सरकार जल्द ही पुनर्वास और मुआवजा योजना की घोषणा करेगी।
- धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बलों और आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाएगा।
क्यों अहम है अमित शाह का यह दौरा?
- यह यात्रा ऐसे समय में हुई जब भारत-पाक सीमा पर तनाव चरम पर है।
- पाकिस्तान की गोलीबारी में धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जाना मानवाधिकार उल्लंघन के दायरे में आता है।
- गृह मंत्री का इस संवेदनशील क्षेत्र में जाना सांप्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों का प्रतीक है।