BY: Yoganand Shrivastva
हालांकि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लंबे समय से स्थिर और निम्न स्तर पर बनी हुई हैं, लेकिन भारत के कुछ शहरों में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में बदलाव देखने को मिला है।
कोलकाता में पेट्रोल-डीजल महंगा हुआ है, जबकि पटना में कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।
कोलकाता में पेट्रोल-डीजल हुआ महंगा
13 मई 2025 को प्रमुख ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) द्वारा फ्यूल प्राइस के रीएडजस्टमेंट के बाद कोलकाता में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ीं:
- पेट्रोल: ₹105.41 प्रति लीटर (40 पैसे की बढ़ोतरी)
- डीजल: ₹92.02 प्रति लीटर (20 पैसे की बढ़ोतरी)
एक वरिष्ठ OMC अधिकारी के अनुसार, यह बदलाव लॉजिस्टिक्स और रिफाइनिंग लागत में मामूली बदलाव के चलते हुआ है।
पटना में फ्यूल हुआ सस्ता
जहां कोलकाता के उपभोक्ताओं पर ईंधन महंगा हुआ, वहीं पटना के लोगों को मिली थोड़ी राहत:
- डीजल: ₹0.60 प्रति लीटर सस्ता हुआ
- पेट्रोल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ
पूर्वी भारत के अन्य राज्यों में फ्यूल प्राइस स्थिर बने हुए हैं।
क्यों बदलते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम?
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं:
प्रमुख कारण:
- क्रूड ऑयल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें
- रिफाइनिंग और डिस्ट्रीब्यूशन लागत
- केंद्रीय और राज्य सरकारों के टैक्स
- रुपया-डॉलर विनिमय दर
- स्थानीय परिवहन खर्च और स्टोरेज लागत
OMCs समय-समय पर इन लागतों की समीक्षा करती हैं और उसी अनुसार बेस प्राइस में बदलाव होता है, जिससे रिटेल प्राइस प्रभावित होता है।
कच्चे तेल की वैश्विक कीमतें अभी भी स्थिर
- WTI Crude Oil: $62.05 प्रति बैरल (0.15% या $0.11 की बढ़त)
- Brent Crude Oil: $65.02 प्रति बैरल (0.09% या $0.06 की बढ़त)
इन आंकड़ों से साफ है कि कच्चा तेल अभी भी निचले स्तर पर ट्रेड कर रहा है। इसका मतलब है कि निकट भविष्य में भारत में ईंधन कीमतों में बड़ा उछाल आने की संभावना कम है।