मणिपुर में फिर हिंसा भड़क गई है। जिरीबम जिले में लापता हुए छह युवकों का शव मिलने के बाद फिर प्रदर्शन शुरू हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने मंत्रियों और विधायकों के घरों को भी नहीं छोड़ा, वहां भी घुसकर तोड़फोड़ कर दिया। अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक 6 विधायकों के साथ 3 मंत्रियों के घरों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोला है। राज सरकार ने सात जिलों में कर्फ्यू लगाकर इंटरनेट सेवा बंद कर दिया है।
इन मंत्रियों के घरों पर हमला
प्रदर्शकारियों ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री सापम रंजन खपत और सार्वजनिक वितरण मंत्री एल सुसींद्रो सिंह और शहरी विकास मंत्री वाई खेमचंद के बंगले समेत कुछ विधायकों के घरों पर भी प्रदर्शकारियों ने धावा बोला है। सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को तीतर-बितर करने के लिए कई राउंड आंसू गोले चलाएं। जानकारी के मुताबिक कुछ समाचार चैनलों के कार्यालय पर भी हमला हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक मंत्रियों ने इस्तीफा की भी पेशकश की है।
सीएम हाउस और सचिवालय को घेरने निकले प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारी सचिवालय और सीएम हाउस की ओर आगे बढ़ रहे हैं हालांकि चप्पा चप्पा पर पुलिस बल और सुरक्षाकर्मी मौजूद है जो उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गले लगातार चला रहे हैं। राज्य के मुख्य सचिव वीनीत जोशी ने इम्फाल पश्चिम और पूर्व,बिष्णुपुर, थौबल, कचिंग, कंगपोकपी और चुराचांदपुर जिलों कर्फ्यू लगाकर इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
अब फिर से कैसे शुरू हुआ प्रदर्शन
कुछ दिन पहले सुरक्षा वालों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 हथियारबंद कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था। उसके बाद तीन महिला और तीन बच्चे लापता हो गए थे जिनके शव हाल में ही मिले। जिसके बाद फिर प्रदर्शन ने हिंसात्मक रूप धारण कर लिया।