तुर्की : जमीन के अंदर पूरा का पूरा शहर, जानिए, क्या है ये रहस्यमयी दुनिया

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Derinkuyu: Türkiye's mysterious underground city

by: vijay nandan

तुर्की: कैपेडोकिया क्षेत्र में स्थित डेरिंकूयु (Derinkuyu) एक रहस्यमयी और अद्भुत भूमिगत शहर है, जो प्राचीन काल में हजारों लोगों के लिए सुरक्षित आश्रय था। यह शहर अपनी जटिल संरचना और अद्वितीय इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। डेरिंकूयु का इतिहास और इसकी वास्तुकला, आज भी वैज्ञानिकों, इतिहासकारों और पर्यटकों को आकर्षित करती है। यह भूमिगत शहर न केवल तुर्की के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक धरोहर बन चुका है।

डेरिंकूयु का इतिहास

डेरिंकूयु का भूमिगत शहर हजारों साल पुराना है। इसे सबसे पहले हित्ती सभ्यता (Hittites) के समय में विकसित किया गया माना जाता है, जो 2000 ईसा पूर्व के आस-पास की सभ्यता थी। हालांकि, यह शहर विभिन्न सभ्यताओं द्वारा अलग-अलग समय में उपयोग किया गया था, जिसमें फारस, ग्रीक, और रोमन साम्राज्य शामिल हैं। मुख्य उद्देश्य इसके निर्माण का सुरक्षा था, क्योंकि इस क्षेत्र में बार-बार युद्ध और आक्रमण होते रहते थे।

यह शहर एक समय पर अरबी हमलों और मंगोल आक्रमणों से बचने के लिए इस्तेमाल किया गया था। स्थानीय लोगों ने इसे एक अदृश्य गढ़ के रूप में बनाया, जहां वे शत्रुओं से छिपकर लंबे समय तक रह सकते थे। यहां की संरचना इतनी प्रभावशाली है कि यह पूरी तरह से आत्मनिर्भर था, जिसमें रहने, खाना पकाने, पानी की आपूर्ति, और यहां तक कि पूजा करने के लिए भी स्थान थे।

डेरिंकूयु की संरचना

डेरिंकूयु का भूमिगत शहर 60 मीटर (200 फीट) तक नीचे है और इसमें कई स्तर हैं। इसमें कुल 18 मंजिलों के होने का अनुमान है, हालांकि अभी तक सभी मंजिलों की खोज नहीं की जा सकी है। यह शहर करीब 20,000 लोगों के रहने योग्य था, और यह कई मायनों में आज भी रहस्य बना हुआ है। इसका डिज़ाइन बहुत ही जटिल है, जिसमें तंग गलियाँ, विशाल कमरे, सुरंगें, पूजा स्थल, वायु वेंटिलेशन सिस्टम, और यहाँ तक कि एक स्कूल और एक अस्पताल भी शामिल हैं।

शहर के मुख्य प्रवेश द्वार को भारी पत्थर के गोल आकार के दरवाजों से बंद किया जा सकता था, जिन्हें एक व्यक्ति भी आसानी से घुमा सकता था, लेकिन एक सेना के लिए इसे खोलना या तोड़ना असंभव था। इसके अलावा, यहां वेंटिलेशन सिस्टम इतनी अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया था कि हवा पूरी तरह से भूमिगत शहर में प्रवेश करती थी, जिससे लोगों को ऑक्सीजन की कमी नहीं होती थी।

भूमिगत जीवन के साधन

डेरिंकूयु में रहने वालों को अपनी दैनिक जरूरतों के लिए भूमिगत व्यवस्था का सामना करना पड़ता था। यहां पानी की आपूर्ति के लिए गहरे कुएं और जलाशय थे। इस शहर में खानें और गोदाम भी थे, जहां लोगों के लिए खाद्य भंडारण किया जाता था। गृहस्थी के कामों के लिए जगह-जगह रसोईघर और चूल्हे बने हुए थे। इसके अलावा, शहर में धार्मिक स्थल भी थे, जहां लोग पूजा और अन्य धार्मिक कृत्य कर सकते थे। यहां के मंदिर और चर्च को काबिल-ए-गौर माना जाता है, क्योंकि इनका निर्माण एक बहुत ही तकनीकी तरीके से किया गया था।

सुरक्षा व्यवस्था

डेरिंकूयु के भीतर सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही मजबूत थी। प्रवेश और निकासी के रास्तों को बहुत ही रणनीतिक तरीके से डिज़ाइन किया गया था, ताकि बाहरी आक्रमणकारियों के लिए इस शहर में घुसना मुश्किल हो। भूमिगत शहर में एक तरह की पानी की आपूर्ति और सैन्य ठिकाने भी थे, ताकि लोग आपातकाल में आत्मरक्षा कर सकें। गोल आकार के दरवाजों को इस तरह से बनाया गया था कि उन्हें एक व्यक्ति अकेले ही घुमा सकता था, लेकिन उन्हें तोड़ पाना असंभव था।

डेरिंकूयु का ऐतिहासिक महत्व

डेरिंकूयु का भूमिगत शहर तुर्की के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह शहर न केवल तुर्की की प्राचीन सभ्यताओं का हिस्सा है, बल्कि यह एक उदाहरण भी है कि किस तरह से प्राचीन लोग अपनी सुरक्षा के लिए उच्चतम तकनीकी और वास्तुशिल्प ज्ञान का उपयोग करते थे। इस शहर को 1960 में फिर से खोजा गया और तब से यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है। यह स्थल अब एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है और हर साल हजारों पर्यटक यहां आते हैं।

पर्यटन और संरक्षण

डेरिंकूयु को अब पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है, और यह तुर्की के सबसे आकर्षक पर्यटक स्थलों में से एक बन चुका है। यहां आने वाले पर्यटक शहर की जटिल संरचनाओं, सुरंगों, और इतिहास को देख सकते हैं। इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन इस स्थल के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रहा है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ इस अद्भुत ऐतिहासिक धरोहर का अनुभव कर सकें।

डेरिंकूयु एक अद्भुत और रहस्यमयी भूमिगत शहर है, जो प्राचीन तुर्की सभ्यता की एक अनमोल धरोहर है। इसकी संरचना और इतिहास आज भी एक रहस्य बने हुए हैं, और यह मानवता की अद्वितीय वास्तुशिल्प और तकनीकी क्षमता को दर्शाता है। यह शहर न केवल तुर्की के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है, जो समय की कसौटी पर खरा उतरा है।

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