रिपोर्टर: सुनील कुमार ठाकुर
बलरामपुर जिले के चलगली-प्रतापपुर मुख्य मार्ग की जर्जर हालत ने क्षेत्रवासियों को आंदोलित कर दिया है। चलगली और रनहत के बीच पहली बारिश में ही यह सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। इस गंभीर समस्या को लेकर ग्रामीणों ने दो दिन पहले प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर अब उन्होंने धरना शुरू कर दिया है।
आवागमन ठप, जनजीवन अस्त-व्यस्त
बारिश की शुरुआत के साथ ही चलगली-प्रतापपुर मार्ग की वास्तविकता सामने आ गई। सड़क पर इतना कीचड़ भर गया है कि न तो वाहन चल पा रहे हैं, न ही लोग पैदल चलने में सक्षम हैं। इस बदहाल हालत ने आस-पास के गांवों के लोगों का जीवन पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है।
धरने में कई गांवों के ग्रामीण और व्यापारी शामिल
इस आंदोलन में चलगली, रनहत और आस-पास के 7-8 गांवों के ग्रामीण हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही स्थानीय व्यापारी भी पूरी तरह से उनके समर्थन में आ गए हैं, जिनके प्रतिष्ठान आज सुबह से ही बंद हैं। दुकानदारों का कहना है कि जब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, उनका समर्थन जारी रहेगा।
क्या बोले प्रदर्शनकारी?
धरना स्थल पर मौजूद लोगों ने कहा:
“हमने प्रशासन को पहले ही ज्ञापन देकर चेताया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अगर अब भी हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आंदोलन जिला मुख्यालय तक पहुंचाया जाएगा और यह और उग्र रूप लेगा।”
प्रशासन पर गंभीर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन बार-बार शिकायतों और ज्ञापन के बावजूद इस सड़क की मरम्मत की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इस उपेक्षा से न सिर्फ दैनिक आवागमन प्रभावित हुआ है, बल्कि बच्चों की स्कूल जाने की सुविधा, मरीजों को अस्पताल पहुंचाने जैसी बुनियादी आवश्यकताएं भी बाधित हो रही हैं।
साफ संदेश: “अब बर्दाश्त नहीं करेंगे”
चलगली में शुरू हुआ यह धरना अब पूरे क्षेत्र में आक्रोश की लहर बन चुका है। ग्रामीण और व्यापारी दोनों एक स्वर में कह रहे हैं कि अगर प्रशासन अब भी नहीं जागा, तो यह आंदोलन जिलेभर में फैल जाएगा।