क्या हुआ?
21 अप्रैल (सोमवार) को अमेरिकी शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 971.82 पॉइंट्स (2.48%) गिरकर 38,170.41 पर बंद हुआ, जबकि S&P 500 में 2.36% और नैस्डैक कम्पोजिट में 2.55% की गिरावट दर्ज की गई।
मुख्य वजहें:
- ट्रंप vs फेड: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल पर फिर से निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर पॉवेल को “मिस्टर टू लेट” बताते हुए ब्याज दरें तुरंत कम करने की मांग की। इससे निवेशकों को फेड की स्वतंत्रता पर सवाल उठने लगे।
- ट्रेड वॉर की आशंका: चीन और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में कोई प्रगति नहीं हुई, जिससे ग्लोबल ग्रोथ को लेकर चिंता बढ़ी।
- टेक दिग्गजों पर मार: टेस्ला 7%, निवीडिया 6%, और अमेज़न, मेटा जैसी कंपनियों के शेयर 4-5% गिरे।
गोल्ड और बॉन्ड्स पर असर:
- सोना नया रिकॉर्ड बनाते हुए $3,400/औंस के पार पहुंच गया, क्योंकि निवेशकों ने सेफ हेवन की ओर रुख किया।
- 10-वर्षीय ट्रेजरी बॉन्ड का यील्ड 4.4% पर पहुंचा, जो अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका को दर्शाता है।
विश्लेषकों की राय:
- ओपनहाइमर के जॉन स्टोल्ट्ज़फस का कहना है कि बाजार में अभी भी बुलिश ट्रेंड बना हुआ है, लेकिन शॉर्ट-टर्म प्रॉफिट बुकिंग के कारण झटके आते रहेंगे।
- सिटी ग्रुप का अनुमान है कि सोना अगले 3 महीने में $3,500/औंस तक पहुंच सकता है।
आगे क्या?
- अगर ट्रंप की फेड पर रिपब्लिकन नीतियां जारी रहीं, तो बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।
- कच्चे तेल (WTI) में गिरावट जारी है, क्योंकि ट्रेड वॉर के कारण ग्लोबल डिमांड पर चिंता है।
निष्कर्ष:
फेड की स्वतंत्रता और ट्रेड वॉर को लेकर अनिश्चितता के चलते बाजार में तेज उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है। निवेशकों को सेफ्टी के लिए गोल्ड और शॉर्ट-टर्म बॉन्ड्स की ओर रुख करते देखा जा रहा है।
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