डॉ. कुरु दिन्दी बनीं IIT बॉम्बे में असिस्टेंट प्रोफेसर
अरुणाचल प्रदेश के जीरो वैली की डॉ. कुरु दिन्दी ने एक बार फिर राज्य का नाम रोशन किया है। उन्होंने IIT बॉम्बे के सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी अल्टरनेटिव्स इन रूरल एरियाज (CTARA) में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति पाई है। यह नियुक्ति लगभग 17-18 मार्च 2025 को घोषित हुई और इसे पूरे राज्य में गर्व और खुशी के साथ मनाया जा रहा है।
🎓 शैक्षणिक सफर और उपलब्धियाँ
डॉ. दिन्दी का शैक्षणिक सफर कड़ी मेहनत और लगन की मिसाल है। शुरुआती पढ़ाई शिलॉन्ग और अरुणाचल प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में पूरी करने के बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के नेहरू होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से होम्योपैथिक मेडिसिन और सर्जरी में स्नातक किया।
आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS), मुंबई का रुख किया, जहां से उन्होंने हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री प्राप्त की। यहीं से उन्होंने पब्लिक हेल्थ में पीएचडी भी पूरी की। उनके शोध का मुख्य केंद्र कैंसर देखभाल और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच में सुधार पर था।
📝 शोध और प्रकाशन
डॉ. दिन्दी के शोध कार्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है। उनके शोध पत्र एशियन पैसिफिक जर्नल ऑफ कैंसर प्रिवेंशन और इंटरनेशनल जर्नल ऑफ हेल्थ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट में प्रकाशित हो चुके हैं। उनके शोध में खासतौर पर स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच में बाधाओं और मरीज-प्रदाता संबंधों का गहन अध्ययन शामिल है।
💼 व्यावसायिक अनुभव
IIT बॉम्बे में शामिल होने से पहले, डॉ. दिन्दी ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के गैर-संचारी रोग प्रभाग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) के साथ भी काम किया। उनके अनुभव ने उन्हें स्वास्थ्य नीति निर्माण और बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रबंधन में दक्ष बनाया है।
🏫 IIT बॉम्बे में भूमिका
IIT बॉम्बे के CTARA में उनकी नियुक्ति का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए तकनीकी और नीतिगत समाधान प्रदान करना है। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव से न केवल संस्थान को बल्कि पूरे समाज को भी लाभ होगा।
🌟 राज्य का गौरव
डॉ. कुरु दिन्दी का यह सफर न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे अरुणाचल प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है। उनके पिता कुरु हसांग, जो कि अरुणाचल प्रदेश के पहले फाइटर पायलट थे, ने भी इतिहास रचा था। इस तरह, डॉ. दिन्दी ने भी अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए शिक्षा और सेवा के क्षेत्र में मिसाल कायम की है।
🗣️ प्रेरणादायक संदेश
डॉ. दिन्दी ने कहा कि “बड़े सपने देखो और उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करो”। उनके इस संदेश ने युवाओं में नई ऊर्जा और जोश का संचार किया है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भी उनकी उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि “डॉ. दिन्दी ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छूकर राज्य का मान बढ़ाया है”।
🔮 भविष्य की संभावनाएँ
IIT बॉम्बे में उनकी नई भूमिका से न केवल शैक्षणिक क्षेत्र को बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा सुधार में भी नई दिशा मिलेगी। उनकी लगन और मेहनत निश्चित रूप से समाज और शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाएगी।
डॉ. दिन्दी का सफर यह साबित करता है कि यदि हौसला बुलंद हो, तो कोई भी मंज़िल मुश्किल नहीं। उनका जीवन उन सभी के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने का जज़्बा रखते हैं।
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