क्या हुआ है?
तेलुगु सिनेमा के सुपरस्टार महेश बाबू को एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तलब किया है। यह मामला सुराणा ग्रुप और साई सूर्या डेवलपर्स नाम की रियल एस्टेट कंपनियों से जुड़ा है। ED ने महेश बाबू से रविवार को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है।
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महेश बाबू का क्या कनेक्शन है?
- सुराणा ग्रुप ने महेश बाबू को उनके विज्ञापनों के लिए 5.5 करोड़ रुपये दिए थे।
- साई सूर्या डेवलपर्स ने उन्हें 5.9 करोड़ रुपये दिए, जिसमें से 2.5 करोड़ नकद और 3.4 करोड़ चेक के जरिए दिए गए।
- ED इन भुगतानों की जांच कर रही है कि क्या यह पैसा अवैध तरीके से कमाया गया था।
सुराणा ग्रुप और ED की कार्रवाई
- ED ने सुराणा ग्रुप, साई सूर्या डेवलपर्स और भाग्यनगर प्रॉपर्टीज के दफ्तरों और निदेशकों के घरों पर छापेमारी की।
- 100 करोड़ रुपये के अवैध लेनदेन का पता चला और 74.5 लाख रुपये नकद जब्त किए गए।
- ED का आरोप है कि सुराणा ग्रुप ने रियल एस्टेट के नाम पर लोगों को ठगा और एक ही प्लॉट को कई लोगों को बेचा।
महेश बाबू पर क्या आरोप है?
अभी तक कोई सीधा आरोप नहीं लगा है, लेकिन ED यह जांच कर रही है कि:
- क्या विज्ञापनों के लिए दिए गए पैसे अवैध स्रोतों से आए थे?
- क्या नकद भुगतान टैक्स चोरी को छुपाने के लिए किया गया था?
क्या होगा आगे?
- महेश बाबू को ED के सामने पेश होना होगा और सवालों के जवाब देने होंगे।
- अगर ED को कोई गलत काम मिलता है, तो कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
क्यों है यह मामला महत्वपूर्ण?
- यह केस दिखाता है कि बॉलीवुड और रियल एस्टेट में कैसे ब्लैक मनी का इस्तेमाल हो सकता है।
- ED की यह कार्रवाई बड़े सेलेब्स और बिजनेसमैन पर नजर रखने का संकेत देती है।
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