मुख्य बिंदु:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी विक्ट्री डे परेड में शामिल नहीं होंगे।
- 9 मई को रूस के मॉस्को में होने वाली इस ऐतिहासिक परेड में भारत की ओर से रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ हिस्सा लेंगे।
- पहलगाम में हुए आतंकी हमले के चलते प्रधानमंत्री का दौरा रद्द हुआ था।
रूस के विक्ट्री डे समारोह में भारत की गैरमौजूदगी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मॉस्को दौरा रद्द किए जाने के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी 9 मई को रूस की विक्ट्री डे परेड में शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जा रही है।
पहलगाम आतंकी हमले के कारण बदले भारत के प्रतिनिधि
रूस सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को इस परेड में आमंत्रित किया गया था, लेकिन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के चलते प्रधानमंत्री ने अपनी यात्रा स्थगित कर दी। इसके बाद रक्षा मंत्री को भेजने की योजना बनाई गई थी, लेकिन अब वे भी शामिल नहीं होंगे।
रूस का समर्थन, भारत की सख्त प्रतिक्रिया
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे एक “क्रूर अपराध” बताया और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने का आश्वासन दिया। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि आतंकवादियों को धरती के किसी भी कोने में खोजकर सजा दी जाएगी। सुरक्षा मामलों की उच्च स्तरीय बैठक में उन्होंने सुरक्षा बलों को पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और आशंका
भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान में खलबली मच गई है। पाकिस्तान सरकार ने दावा किया है कि भारत जल्द ही सैन्य कार्रवाई कर सकता है, और उन्होंने इसे “आक्रमण” करार देते हुए जवाबी प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है।
भारत-रूस संबंधों की पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले वर्ष दो बार रूस की यात्रा की थी – पहली बार राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए और दूसरी बार ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए। वहीं इस साल के अंत तक राष्ट्रपति पुतिन के भारत आने की संभावना है।