भारत में बढ़ते ईंधन मूल्य और प्रदूषण की समस्या के बीच पतंजलि ने आम जनता के लिए एक सस्ता, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प पेश किया है। कंपनी ने एक ऐसी इलेक्ट्रिक साइकिल लॉन्च की है जिसकी कीमत मात्र ₹5,000 है और जो एक बार चार्ज करने पर 80 किलोमीटर तक चल सकती है। यह कदम भारत में हर व्यक्ति तक ई-मोबिलिटी पहुंचाने की दिशा में ऐतिहासिक माना जा रहा है।
मुख्य विशेषताएं
- मोटर: 250W ब्रशलेस DC मोटर, अधिकतम गति 25 किमी/घंटा
- बैटरी: 8.8Ah/36V लिथियम-आयन बैटरी, 80 किमी रेंज
- वजन: लगभग 22 किलो, हल्की और पोर्टेबल
- फ्रेम: एल्यूमिनियम अलॉय से बना मजबूत और हल्का
- मोड्स: इको, स्टैंडर्ड और पावर मोड
- डिस्प्ले: एलसीडी स्क्रीन – बैटरी, स्पीड और दूरी की जानकारी
- यूएसबी पोर्ट: मोबाइल चार्जिंग के लिए इनबिल्ट पोर्ट
कीमत और उपलब्धता
यह इलेक्ट्रिक साइकिल मात्र ₹5,000 में लॉन्च की गई है, जो इसे भारत की सबसे किफायती ई-बाइक बनाती है। पतंजलि इसे अपने हरिद्वार प्लांट में बना रहा है और देशभर के पतंजलि स्टोर्स के माध्यम से इसे उपलब्ध कराया जाएगा। कंपनी का दावा है कि इसमें 95% पुर्जे स्वदेशी हैं।
पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव
भारत में साइकिल का उपयोग करने वाले करोड़ों लोग हैं। यदि उनमें से केवल 10% भी इस इलेक्ट्रिक साइकिल का उपयोग करें, तो ईंधन की खपत और प्रदूषण में उल्लेखनीय कमी आ सकती है। यह पहल उन वर्गों के लिए भी बेहद उपयोगी है, जो अब तक मोटर चालित परिवहन वहन नहीं कर सकते थे – जैसे विद्यार्थी, ग्रामीण मजदूर, महिलाएं और छोटे दुकानदार।
आसान भुगतान विकल्प
पतंजलि ₹100 प्रति सप्ताह की आसान किश्तों में यह साइकिल उपलब्ध कराने की योजना पर भी काम कर रहा है, जिससे कोई भी व्यक्ति इसे खरीद सकता है। यह छोटे शहरों और गांवों में विशेष रूप से लोकप्रिय हो सकती है।
भविष्य की योजनाएं
पतंजलि भविष्य में इलेक्ट्रिक स्कूटर और छोटे चार पहिया व्यावसायिक वाहनों को भी लॉन्च करने की योजना बना रहा है। कंपनी देशभर में 500 सर्विस और बैटरी-स्वैपिंग केंद्र खोलने की दिशा में भी काम कर रही है।
निष्कर्ष
पतंजलि की ₹5,000 वाली इलेक्ट्रिक साइकिल भारत के ई-मोबिलिटी अभियान में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है। यह सिर्फ एक नया उत्पाद नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सशक्तिकरण की ओर बढ़ाया गया मजबूत कदम है। यदि यह पहल सफल होती है, तो यह लाखों भारतीयों की जिंदगी बदल सकती है।