BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का पक्ष मजबूती से रखने के लिए केंद्र सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल (All Party Delegations) तैयार किए हैं। ये डेलीगेशन अगले सप्ताह से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों सहित कई रणनीतिक देशों की यात्रा पर रवाना होंगे।
इनमें एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद डॉ. शशि थरूर करेंगे, जो अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दल में कई दलों और संगठनों के सदस्य शामिल हैं।
अमेरिका जाने वाले प्रतिनिधिमंडल के सदस्य:
- शशि थरूर – कांग्रेस सांसद (नेता)
- शांभवी चौधरी
- सरफराज अहमद
- सुदीप बंदोपाध्याय
- हरीश बालयोगी
- शशांक मणि त्रिपाठी
- भुवनेश्वर कलिता
- मिलिंद देवड़ा
- तरणजीत सिंह संधू – अमेरिका में भारत के राजदूत
- वरुण जेफ – आईओआर निदेशक, इस डेलीगेशन के समन्वय अधिकारी
जापान के लिए रवाना होने वाले डेलीगेशन में ये नाम शामिल हैं:
- संजय झा – जेडीयू सांसद (नेता)
- सलमान खुर्शीद – वरिष्ठ कांग्रेसी व पूर्व विदेश मंत्री
- मोहन कुमार – सेवानिवृत्त राजनयिक
- यूसुफ पठान – पूर्व क्रिकेटर व वर्तमान सांसद
- हिमांग जोशी – सांसद
- जॉन ब्रिटास – सांसद, सीपीआई (एम)
- विक्रमजीत वर्शनेय – सांसद
- प्रधान बरूआ – सांसद
- अपराजिता सारंगी – बीजेपी सांसद
उद्देश्य और विवाद
इन डेलीगेशनों का मकसद अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के कश्मीर नीति, आतंकवाद के खिलाफ रुख और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी कार्रवाइयों पर विस्तार से जानकारी देना है। अमेरिका, जापान, यूके, यूएई, साउथ अफ्रीका जैसे देशों में जाकर यह प्रतिनिधि मंडल भारत की रणनीति और स्थिति को स्पष्ट करेगा।
इस पूरे अभियान की निगरानी और समन्वय की जिम्मेदारी संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू को दी गई है।
कांग्रेस ने जताई आपत्ति
इस बीच कांग्रेस पार्टी ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल नामों पर नाराजगी जाहिर की है। पार्टी का कहना है कि उन्होंने आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम सुझाए थे, न कि शशि थरूर का। राहुल गांधी ने इस बारे में बाकायदा एक पत्र भी संसदीय कार्य मंत्री को भेजा था।