मुख्य बातें:
- खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वज़ीरिस्तान में आत्मघाती हमला
- पाकिस्तानी तालिबान के धड़े ने ली हमले की जिम्मेदारी
- छह मासूम बच्चे भी घायल, चार सैनिकों की हालत गंभीर
क्या हुआ हमला?
पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वज़ीरिस्तान ज़िले में शनिवार को एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ। इस हमले में 13 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 29 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में सेना के जवानों के साथ-साथ कई आम नागरिक भी शामिल हैं।
स्थानीय सरकारी अधिकारी ने बताया, “एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरी कार को सैन्य काफिले से टकरा दिया। इस भीषण विस्फोट में 13 सैनिकों की जान चली गई और 10 अन्य सेना के जवान घायल हो गए। साथ ही 19 आम नागरिक भी जख्मी हुए हैं।”
घरों की छतें भी गिरीं, बच्चे घायल
विस्फोट इतना ज़ोरदार था कि आसपास के दो घरों की छतें भी गिर गईं। इन हादसों में छह बच्चे घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चार सैनिकों की हालत नाज़ुक बनी हुई है।
किसने ली हमले की जिम्मेदारी?
इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान से जुड़े हाफिज गुल बहादुर गुट ने ली है। यह संगठन लंबे समय से पाकिस्तान में सुरक्षाबलों के खिलाफ हमलों में शामिल रहा है।
क्यों बढ़ रही है पाकिस्तान में हिंसा?
अफगानिस्तान में 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद पाकिस्तान में सीमा से लगे इलाकों में हिंसा में जबरदस्त इज़ाफा देखा गया है। इस्लामाबाद सरकार का आरोप है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान में हमलों के लिए किया जा रहा है, हालांकि तालिबान सरकार इन आरोपों से इनकार करती है।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल की शुरुआत से अब तक खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में सरकार विरोधी सशस्त्र गुटों के हमलों में करीब 290 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें ज्यादातर सुरक्षाबल के जवान शामिल हैं।
पृष्ठभूमि: क्यों संवेदनशील है उत्तरी वज़ीरिस्तान?
उत्तरी वज़ीरिस्तान पाकिस्तान का वह क्षेत्र है जो अफगान सीमा से सटा हुआ है और लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है। यहां कई कट्टरपंथी गुट सक्रिय हैं, जो आए दिन सुरक्षाबलों और आम नागरिकों को निशाना बनाते हैं।
निष्कर्ष: पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर संकट
लगातार बढ़ते आतंकी हमले न सिर्फ पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र की स्थिरता पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक पाकिस्तान और अफगानिस्तान मिलकर सीमाई इलाकों में सख्त कार्रवाई नहीं करते, तब तक इस तरह के हमलों पर लगाम लगाना मुश्किल होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
सवाल: पाकिस्तान में यह हमला कहां हुआ?
जवाब: खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वज़ीरिस्तान ज़िले में।
सवाल: इस हमले में कितने लोग मारे गए?
जवाब: 13 सैनिकों की मौत और 29 लोग घायल हुए हैं।
सवाल: इस हमले की जिम्मेदारी किसने ली?
जवाब: पाकिस्तानी तालिबान के हाफिज गुल बहादुर गुट ने।
सवाल: पाकिस्तान में हाल के दिनों में हिंसा क्यों बढ़ी है?
जवाब: अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद सीमाई इलाकों में आतंकी गतिविधियों में तेज़ी आई है।