नागपुर। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई ने शनिवार को नागपुर में देश के पहले ‘संविधान उद्देशिका पार्क’ (Preamble Park) का उद्घाटन करते हुए भारतीय संविधान की एकजुट करने वाली ताकत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि देश ने बीते दशकों में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन संविधान ने हमेशा भारत को मजबूती से जोड़े रखा।
संविधान भारत की असली ताकत: CJI गवई
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश ने कहा,
“जब-जब भारत पर संकट आया, तब-तब देश एकजुट होकर खड़ा हुआ। हमारा संविधान न तो पूरी तरह केंद्रित है, न पूरी तरह संघीय, बल्कि यह uniquely Indian है, जिसे हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया गया है।”
पड़ोसी देशों से तुलना करते हुए बोले CJI
उन्होंने पड़ोसी देशों की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा,
“पिछले 75 वर्षों में पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल में जो हुआ, वह सबने देखा। लेकिन भारत ने अपने संविधान की बदौलत खुद को एकजुट और मजबूत बनाए रखा।”
अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी जिक्र
CJI गवई ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए अनुच्छेद 370 के फैसले की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह फैसला संविधान की मूल भावना को मजबूत करता है कि पूरे देश में सिर्फ एक ही संविधान लागू होना चाहिए।
नागपुर में ‘संविधान उद्देशिका पार्क’ का महत्व
उन्होंने डॉ. आंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि नागपुर, जहां आंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया था, वहां ‘संविधान उद्देशिका पार्क’ का उद्घाटन होना एक बेहद खास और सार्थक पहल है।
न्यायपालिका की भूमिका पर दी नसीहत
कार्यक्रम से एक दिन पहले नागपुर जिला बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में CJI गवई ने न्यायपालिका की जिम्मेदारी पर भी बात की। उन्होंने कहा,
“न्यायपालिका को अपनी सीमाओं में रहते हुए काम करना चाहिए। न्यायिक सक्रियता (Judicial Activism) जरूरी है, लेकिन यह कभी भी न्यायिक आतंकवाद या साहसिक कदम में नहीं बदलना चाहिए।”
उन्होंने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच संतुलन बनाए रखने की अपील की।
संविधान ने मेरे जीवन को भी गढ़ा: CJI
CJI गवई ने भारतीय संविधान को एक अद्भुत दस्तावेज बताया जो सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय सुनिश्चित करता है। उन्होंने डॉ. आंबेडकर की दूरदर्शिता को नमन करते हुए कहा कि संविधान ने न सिर्फ भारत के लोकतंत्र को आकार दिया, बल्कि उनके अपने जीवन को भी दिशा दी।
प्रमुख बिंदु
- नागपुर में देश का पहला ‘संविधान उद्देशिका पार्क’ शुरू
- संविधान को बताया भारत की एकजुटता की असली ताकत
- अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन
- न्यायपालिका को सीमाओं में रहकर काम करने की सलाह
- आंबेडकर की विरासत को याद करते हुए संविधान की सराहना
निष्कर्ष
भारत का संविधान न केवल कानूनों का दस्तावेज है, बल्कि यह देश को एक सूत्र में पिरोने वाली आत्मा भी है। CJI गवई का यह संदेश वर्तमान समय में बेहद प्रासंगिक है जब देश विविधता के बावजूद एकजुट है। नागपुर में ‘संविधान उद्देशिका पार्क’ इस भावना का प्रतीक बनकर उभरेगा।