ठाणे जिले के मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास आज सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। सीएसएमटी की ओर जा रही एक लोकल ट्रेन से गिरकर 5 यात्रियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। यह घटना दिवा और कोपर रेलवे स्टेशन के बीच हुई, जहां भारी भीड़ के चलते यात्री चलती ट्रेन से नीचे गिर पड़े।
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क्या हुआ हादसे में?
- प्रत्यक्षदर्शियों और शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रेन में अत्यधिक भीड़ होने के कारण 8 से 12 यात्री चलती ट्रेन से गिर गए।
- कुछ यात्री रेलवे ट्रैक पर गिरे, जबकि कुछ स्टेशन के बाहर की ओर जा गिरे।
- कलवा के छत्रपति शिवाजी अस्पताल में घायलों का इलाज जारी है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मौत की पुष्टि और प्रशासन की प्रतिक्रिया
- मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने पांच मौतों की पुष्टि की है।
- हादसे की खबर मिलते ही रेलवे और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और फौरन जांच शुरू की गई।
- अधिकारी पहले यह स्पष्ट नहीं कर पाए कि हादसा लोकल ट्रेन में हुआ या एक्सप्रेस में, लेकिन बाद में पुष्टि हुई कि हादसा लोकल ट्रेन से गिरने के कारण हुआ।
सांसद और रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया
- सांसद नरेश म्हस्के ने कहा,
“हादसे की सही वजह सामने आनी चाहिए। क्या धक्का-मुक्की हुई थी? तभी जिम्मेदारी तय हो सकेगी। एक्सप्रेस में ऐसा हादसा नहीं हो सकता“ - मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी प्रवीण पाटिल ने बताया कि,
“कसारा लोकल के गार्ड ने सबसे पहले घटना की जानकारी दी। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया कि सभी यात्री लोकल से ही गिरे थे। जांच जारी है।”
ट्रेन सेवाएं हुईं प्रभावित
- इस हादसे के चलते मध्य रेलवे की लोकल सेवाएं प्रभावित हुई हैं, जिससे यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी।
क्यों हुआ यह हादसा?
संभावित कारण:
- अत्यधिक भीड़भाड़
- धक्का-मुक्की
- ट्रेन में पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों की कमी
- प्लेटफॉर्म से ट्रेन के बीच अधिक दूरी
क्या कहती है यह घटना?
इस हादसे ने फिर से मुंबई की लोकल ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बढ़ती भीड़ और ट्रेन में जगह की कमी आए दिन हादसों को न्योता देती है।
सरकार और रेलवे को अब ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, जैसे कि:
- अधिक ट्रेनों का संचालन
- कोच की संख्या बढ़ाना
- यात्रियों को जागरूक करना
- प्लेटफॉर्म और कोच के बीच सुरक्षा गेट लगाना
ठाणे के इस हादसे ने एक बार फिर लोकल ट्रेन नेटवर्क की चुनौतियों को उजागर कर दिया है। जान की कीमत बहुत ज्यादा है, और रेलवे को चाहिए कि वह यात्रियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए। हादसे से जुड़ी जांच अभी जारी है