अमित शाह के टिप्पणी को लेकर विपक्ष का प्रदर्शन लगातार जारी है। स बीच संसद में विपक्ष और सत्तापक्ष के सांसदों के बीच झूमाझटकी भी देखने को मिली थी जिसमें कुछ सांसद घायल भी हुए थे। बता दे कि, आंबेडकर के संदर्भ में गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में टिप्पणी की थी, जिसे विपक्षी दलों ने अपमानजनक करार दिया था। जिसके बाद कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मार्च निकाला और शाह के इस्तीफे की मांग की।
विपक्षी दलों के सांसदों ने बाबासाहेब की तस्वीर वाली तख्तियां लेकर नारेबाजी की और संसद के निकट विजय चौक से संसद भवन तक मार्च निकाला। उन्होंने ‘जय भीम’, ‘अमित शाह इस्तीफा दो’ और ‘अमित शाह माफी मांगो’ के नारे लगाए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, पार्टी के कई सांसद, द्रमुक सांसद कनिमोझी, राष्ट्रीय जनता दल की नेता मीसा भारती, झारखंड मुक्ति मोर्चा की सांसद महुआ माझी और इंडिया गठबंधन के कुछ अन्य घटक दलों के नेता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि, संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान किया गया है। देश बाबासाहेब का अपमान सहन नहीं करेगा। प्रदर्शन के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के साथ धक्का मुक्की भी हुई, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निर्देश दिया कि ‘कोई भी राजनीतिक दल, सांसद और सांसदों का समूह संसद के किसी भी द्वार पर प्रदर्शन नहीं कर सकते’।
गृहमंत्री अमित शाह की बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए कल विपक्षी सदस्यों ने मार्च निकाला तो भाजपा सांसदों ने कांग्रेस पर बाबासाहेब के अपमान का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्य एक दूसरे के सामने आ गए और जमकर नारेबाजी की। भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने धक्का-मुक्की की जिस वजह से उसके बुजुर्ग सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हुए। भाजपा सासंद मुकेश राजपूत को भी चोट लगी है। पीएम मोदी ने घायल सांसदों से बात करके उनका हालचाल जाना था।
धक्का मुक्की की घटना पूरे दिन चर्चा का विषय बनी रही, राहुल गांधी ने मामले पर प्रतिक्रिया दी, साथ ही प्रेस कांन्फ्रेंस में भी मामले पर चर्चा की। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा के सांसदों ने उसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कई महिला सांसदों को संसद भवन में जाने से रोका और धक्का-मुक्की की। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि, शाह ने ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर राज्यसभा में दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया।
बता दे कि, कांग्रेस ने अमित शाह की एक वीडियो क्लिप जारी करके उनपर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाया था, जिसके बाद किरेन रिजिजू समेत कई नेताओं ने कांग्रेस पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया था।