BY: MOHIT JAIN
गाजा में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा शांति योजना के तहत इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता होने के बाद भी इजरायल ने गाजा में हमले किए। इन हमलों में कम से कम 30 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। स्थानीय लोगों ने कई इलाकों में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनीं।
मलबे में दबे दर्जनों लोग, राहत कार्य जारी

गाजा के अल-शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सलमिया ने पुष्टि की कि बुधवार शाम से 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। वहीं नागरिक सुरक्षा विभाग के मुताबिक, इजरायली हमले में उत्तरी गाजा के अल-सबरा इलाके में 40 से ज्यादा फिलिस्तीनी मलबे में दब गए। हालांकि इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि यह हमला “हमास आतंकवादी समूह” पर किया गया था, जो “तत्काल खतरा” पैदा कर रहा था।
जारी किए गए वीडियो में आपातकालीन टीमें महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को मलबे से निकालने में जुटी दिख रही हैं। एक वीडियो में एक बचावकर्मी को एक छोटे बच्चे को धूल और खून से सने हाल में मलबे से बाहर निकालते देखा गया।
Israeli strike kills 30 Palestinians in Gaza since ceasefire deal announcement
— ANI Digital (@ani_digital) October 9, 2025
Read @ANI Story | https://t.co/bL0kSqx35c#IsraeliStrike #Palestinians #GazaCeasefireDeal pic.twitter.com/g9uRevhJWI
ट्रंप की शांति योजना पर उठे सवाल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा था कि इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते का पहला चरण तय हो गया है, जिसके तहत गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई की योजना है। लेकिन इन ताजा हमलों ने शांति प्रक्रिया पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर इस बात पर है कि क्या यह संघर्षविराम वास्तव में लागू हो पाएगा या एक और दौर की हिंसा गाजा को अपनी चपेट में ले लेगी।





