उत्तर प्रदेश के आगरा से एक चौंकाने वाला साइबर फ्रॉड मामला सामने आया है, जहां एक पूर्व प्रिंसिपल को कस्टमर केयर नंबर के जरिए ठग लिया गया। पीड़िता के खाते से ₹97,607 की राशि धोखाधड़ी से निकाल ली गई। यह घटना एक आम ऑनलाइन गलती से शुरू हुई और एक बड़ी वित्तीय क्षति में बदल गई।
कौन हैं पीड़िता?
घटना महर्षिपुरम, सिकंदरा निवासी पूर्व प्रधानाचार्य रेनू गुप्ता के साथ हुई। उन्होंने बताया कि उन्होंने 20 जून को ऑनलाइन एक ई-कॉमर्स साइट से ₹98 और ₹278 के दो प्रोडक्ट ऑर्डर किए थे।
- ऑनलाइन चेक करने पर सिर्फ ₹278 वाले प्रोडक्ट की जानकारी मिली
- ₹98 वाला ऑर्डर न दिखने पर उन्होंने ऑनलाइन कस्टमर केयर नंबर खोजा और उस पर कॉल कर दिया
कस्टमर केयर कॉल के बहाने शुरू हुआ धोखा
- कॉल रिसीव करने वाली महिला ने उन्हें “मैनेजर” से जोड़ दिया
- मैनेजर ने भरोसा दिलाया कि ₹98 वाला ऑर्डर कैंसिल कर रिफंड मिल जाएगा
- कुछ ही समय बाद व्हाट्सएप कॉल आया और स्क्रीन शेयरिंग ऑन करने को कहा गया
स्क्रीन शेयर के बाद कैसे निकाले पैसे?
- व्हाट्सएप पर निर्देश दिए गए कि वे Paytm खोलें और उसमें “Refund” टाइप करें
- मोबाइल नंबर के पहले पांच अंक टाइप कराए गए
- इन्हीं अंकों का इस्तेमाल कर ₹97,607 की फर्जी ट्रांजैक्शन की गई
- बाद में SBI के एक लिंक पर टैप करने को कहा गया
- जैसे ही पीड़िता ने लिंक पर क्लिक किया, अकाउंट से तुरंत ₹97,607 डेबिट हो गए
शिकायत और पुलिस कार्रवाई
- पीड़िता ने तुरंत साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई
- संबंधित बैंक में ट्रांजैक्शन वाले अकाउंट को फ्रीज करने के लिए आवेदन दिया
- सिकंदरा थाने में तहरीर दी गई
- फिलहाल, पुलिस साइबर अपराध की जांच कर रही है
आप कैसे बच सकते हैं ऐसी ठगी से?
साइबर ठगों के ऐसे जाल से बचने के लिए कुछ जरूरी सावधानियाँ अपनाएं:
- कभी भी गूगल या इंटरनेट से कस्टमर केयर नंबर न लें
- आधिकारिक वेबसाइट या ऐप से ही संपर्क करें
- स्क्रीन शेयरिंग, ओटीपी या किसी लिंक पर क्लिक करने से बचें
- रिफंड, KYC या सपोर्ट के नाम पर आई कॉल्स से सावधान रहें
- साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत करें
इस घटना से साफ है कि एक छोटी सी लापरवाही बड़ी आर्थिक हानि का कारण बन सकती है। ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव के लिए जागरूक रहना और सही जानकारी के स्रोतों से ही सहायता लेना बेहद जरूरी है। पुलिस की जांच से उम्मीद की जा रही है कि अपराधी जल्द पकड़ में आएंगे।