परिजनों का जोरदार प्रदर्शन – डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग
जिले के श्वेता हॉस्पिटल में गर्भवती युवती की संदिग्ध हालात में मौत के बाद मामला गरमाता जा रहा है। मृतका अंजली सिंह के परिजनों और ग्रामीणों ने डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की।
जानकारी के अनुसार, अंजली सिंह को प्रसव के लिए श्वेता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही समय बाद उनकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि यदि समय रहते सही इलाज मिलता, तो अंजली की जान बचाई जा सकती थी।
मृतका के पति रणजीत राजपूत ने आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार अस्पताल स्टाफ से इलाज के लिए गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। उन्होंने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर और मुख्य सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। कलेक्टर के निर्देश पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई है, जो 7 दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए श्वेता हॉस्पिटल का लाइसेंस 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है। हालांकि, प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि सिर्फ लाइसेंस निलंबन से बात नहीं बनेगी, दोषियों पर आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए।
मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है और स्थानीय प्रशासन पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। लोगों की मांग है कि दोषियों को सजा दिलाई जाए और भविष्य में इस तरह की लापरवाही को रोका जाए।