ईरान और इजराइल के बीच छिड़ी भीषण लड़ाई ने न केवल मिडिल ईस्ट को संकट में डाला है, बल्कि हजारों भारतीय नागरिकों को भी खतरनाक स्थिति में ला खड़ा किया है। दोनों देशों द्वारा हवाई क्षेत्र बंद करने के बाद अब सवाल उठ रहा है — ईरान में फंसे भारतीय कैसे लौटेंगे घर?
युद्ध की स्थिति: 5वें दिन भी जारी भीषण हमले
- इजरायल ने सोमवार को सेंट्रल ईरान में बड़ा हवाई हमला किया।
- तेहरान एयरपोर्ट पर दो F-14 फाइटर जेट्स को मार गिराने का दावा।
- मिसाइलें और ड्रोन से हमलों में हाइफा, तेल अवीव और कई शहर प्रभावित।
- इजरायल में अब तक 24 लोगों की मौत, 500 घायल।
- प्रधानमंत्री नेतन्याहू का बयान: “खामेनेई की हत्या से ही युद्ध खत्म होगा।”
हवाई मार्ग बंद: लौटना हुआ असंभव
- इजरायल और ईरान दोनों ने अपने एयरस्पेस बंद कर दिए हैं।
- तेहरान एयरपोर्ट पर सभी ऑपरेशन रद्द।
- कई मिडिल ईस्ट देशों ने भी सुरक्षा के चलते हवाई क्षेत्र बंद कर दिए।
- अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पूर्ण विराम लग गया है।
ग्राउंड रियलिटी: होटल के बेसमेंट में छिपे लोग
55 वर्षीय अफगान बिजनेसमैन ऐमल हुसैन की कहानी संकट की गंभीरता को बयां करती है।
वे ईरानी शहर क़ोम के एक होटल में थे, जब पास में हमला हुआ। उनका कहना है:
“सब बंद है – फ्लाइट, मार्केट, टैक्सी तक नहीं मिल रही। मैं होटल के बेसमेंट में हूं, और बॉर्डर तक जाने का कोई रास्ता नहीं।”
भारतीयों की स्थिति: 10,000 से अधिक फंसे नागरिक
- भारत सरकार के अनुसार, ईरान में 10,000 से ज्यादा भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं।
- युद्ध के कारण हवाई मार्ग बंद होने से रेस्क्यू ऑपरेशन जटिल हो गया है।
- भारतीय दूतावास ने तत्काल प्रभाव से एडवाइजरी जारी की है:
- अनावश्यक यात्रा से बचें।
- केवल आधिकारिक सूचना स्रोतों से अपडेट लें।
- दूतावास से नियमित संपर्क में रहें।
रेस्क्यू ऑपरेशन: सड़क के रास्ते निकाला गया पहला बैच
- पहला ग्रुप – 100 भारतीयों को सड़क मार्ग से आर्मेनिया भेजा गया।
- यह ऑपरेशन नई दिल्ली और तेहरान के बीच हुई कूटनीतिक बातचीत के बाद संभव हुआ।
- अब निकासी का प्रयास ईरान के पड़ोसी देशों के जरिए हो रहा है:
- आर्मेनिया
- अज़रबैजान
- तुर्कमेनिस्तान
- अफगानिस्तान
स्पेशल बॉर्डर चेकपॉइंट्स बनाए गए हैं ताकि हर भारतीय सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से बाहर निकल सके।
ईरानी अधिकारियों का आश्वासन
- तेहरान स्थित भारतीय दूतावास और ईरानी अधिकारी लगातार संपर्क में हैं।
- ईरान सरकार ने भरोसा दिलाया है कि भारतीयों को हरसंभव मदद दी जाएगी।
- स्थानीय प्रशासन और छात्र संगठनों से भी संपर्क किया जा रहा है।
संकट के बीच उम्मीद की किरण
हालात गंभीर हैं, लेकिन भारत सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया और रणनीतिक योजना के चलते फंसे हुए नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद है। जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, सभी भारतीयों से सतर्कता बरतने और दूतावास के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।