संवाददाता/सुजीत मंडल
पखांजुर। परतापुर से बडगांव तक बनने वाली PWD सड़क में ठेकेदार द्वारा बिना विभागीय अनुमति के मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस कार्य में छठवीं और सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले नाबालिग बच्चों से मजदूरी करवाई जा रही है, जो बाल श्रम कानून का सीधा उल्लंघन है।
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ठेकेदार ने विभाग को सूचना दिए बिना ही कार्य शुरू किया और मनमर्जी तारीख पर सड़क मरम्मत का काम प्रारंभ कर दिया। बच्चों से ईंट, गिट्टी और मिट्टी ढोवाई जा रही है, जिससे उनके स्वास्थ्य और भविष्य दोनों पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
इस मामले पर जब पखांजुर के अनुविभागीय अधिकारी, लोक निर्माण विभाग से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि ठेकेदार की यह कार्रवाई पूरी तरह गलत है। “विभाग को बिना जानकारी दिए काम शुरू करना नियमों के विरुद्ध है। हमने संबंधित सबइंजीनियर को निर्देशित किया है कि मामले की जांच करें। दोषी पाए जाने पर ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी,” उन्होंने कहा।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश है। वे मांग कर रहे हैं कि ठेकेदार पर तत्काल बाल श्रम निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज हो और बच्चों को पढ़ाई की मुख्यधारा में वापस लाया जाए।
यह घटना न सिर्फ सरकारी नियमों की अनदेखी है, बल्कि मासूम बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ है। प्रशासन से अपेक्षा है कि वह जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई कर बच्चों को न्याय दिलाए।