प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। 31 मई को होने वाले महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में करीब 2 लाख महिलाओं के जुटने की संभावना है, जिसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है। खास बात यह है कि इस कार्यक्रम की कमान 10 सीनियर महिला पुलिस अधिकारियों को सौंपी गई है।
10 शीर्ष महिला अफसरों के हाथों में सुरक्षा की कमान
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरीनारायणाचारी मिश्रा ने जानकारी दी कि इस मेगा इवेंट के लिए IPS और SPS रैंक की 10 महिला अधिकारियों को तैनात किया गया है। ये अधिकारी पूरे कार्यक्रम स्थल पर रणनीतिक रूप से तैनात होंगी ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो और सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे।
शामिल होंगी ये अधिकारी:
- IPS स्तर की सीनियर महिला अधिकारी
- SPS (State Police Service) की अफसरें
- विभिन्न जिलों से आई अनुभवी महिला पुलिस अधिकारी
पूरे भोपाल में होगा 3,500 पुलिसकर्मियों का जमावड़ा
कार्यक्रम को देखते हुए कुल 3,500 पुलिसकर्मी भोपाल में तैनात किए जाएंगे। इनमें से 700 से 800 महिला पुलिसकर्मी अलग से बुलाई जाएंगी। इन महिला जवानों की रैंक सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP) से लेकर सिपाही तक होगी।
महिला पुलिस फोर्स की विशेष तैनाती:
- पूरे आयोजन स्थल पर महिला कर्मियों की अलग से निगरानी
- आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दल
- महिला उपस्थिताओं की सुविधाओं का ध्यान
शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पीएम मोदी की यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बहुस्तरीय बनाई गई है। शहर में हर एक गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। किरायेदारों और होटलों में ठहरने वाले मेहमानों की सघन वेरिफिकेशन प्रक्रिया चल रही है।
सुरक्षा उपायों में शामिल:
- सभी होटलों और लॉज में मेहमानों की जांच
- किराए के मकानों में रहने वालों की जानकारी पुलिस को देना अनिवार्य
- रजिस्ट्रेशन और पहचान पत्र की क्रॉस-वेरिफिकेशन
ड्रोन पर बैन, चेकिंग ड्राइव तेज
कार्यक्रम स्थल के आस-पास ड्रोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही भोपाल के हर एंट्री और एग्जिट पॉइंट पर सघन चेकिंग की जा रही है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पकड़ा जा सके, इसके लिए चेकिंग ड्राइव में स्पेशल टीमों को लगाया गया है।
अतिरिक्त निगरानी के लिए:
- हाई-रेजोल्यूशन CCTV कैमरे
- बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की तैनाती
- ट्रैफिक डायवर्जन की योजना
यह क्यों है महत्वपूर्ण?
पीएम मोदी का यह कार्यक्रम सिर्फ एक राजनीतिक सभा नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण के संदेश का प्रतीक है। इसलिए महिला अधिकारियों को इस आयोजन में प्रमुख भूमिका देना सशक्तिकरण की मिसाल भी है और एक स्ट्रेटेजिक सुरक्षा निर्णय भी।
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महिला नेतृत्व में सशक्त सुरक्षा
भोपाल में 31 मई को होने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा न केवल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह महिला नेतृत्व और सुरक्षा प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण भी पेश करेगा। जिस तरह से वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है और पूरे शहर में हाई अलर्ट घोषित किया गया है, उससे साफ है कि सुरक्षा एजेंसियां किसी भी तरह की चूक नहीं चाहतीं।