भारत और रूस की साझेदारी वाली कंपनी काइनेट रेलवे सॉल्यूशंस ने भारतीय रेलवे के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के निर्माण में बड़ी कामयाबी हासिल की है। कंपनी को ‘ए’ रेटिंग मिली है, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति और महत्वपूर्ण मिशन को दर्शाती है।
लातूर में शुरू होगा ट्रेनों का निर्माण
काइनेट रेलवे सॉल्यूशंस लातूर की मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण शुरू करने की तैयारी में है। कंपनी को 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुबंध के तहत 120 ट्रेनें और कुल 1920 कोच बनाने का काम सौंपा गया है।
कब आएगा पहला प्रोटोटाइप?
कंपनी 2026-27 में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप पेश करने की योजना बना रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम जून 2026 तक प्रोटोटाइप तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमने मॉक-अप तैयार कर लिया है और लातूर फैक्ट्री को आधुनिक मशीनों से लैस कर रहे हैं।” ट्रेनें शुरू होने के बाद, काइनेट 35 साल तक तीन डिपो में इनका रखरखाव भी करेगी।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खासियतें
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन लंबी दूरी की यात्रा को और भी आरामदायक और तेज बनाने के लिए तैयार की जा रही है। यह सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन आधुनिक तकनीक और शानदार सुविधाओं से लैस होगी। रात की यात्राओं को और सुखद बनाने के लिए यह ट्रेन यात्रियों को एक नया अनुभव देगी।
काइनेट का मिशन और विजन
काइनेट ने अपने बयान में कहा, “हमें ‘ए’ रेटिंग मिलना गर्व की बात है। यह हमारी वित्तीय ताकत और हमारे मिशन के राष्ट्रीय महत्व को दर्शाता है।” यह उपलब्धि कंपनी के लिए स्थिर आय और भरोसेमंद भविष्य सुनिश्चित करती है।