चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की ओर सड़क चौड़ीकरण को लेकर विवाद जारी है। यह विवाद रॉक गार्डन की बाहरी दीवार के एक हिस्से को तोड़े जाने के साथ शुरू हुआ था।
इस मुद्दे पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए दो अलग-अलग ऑनलाइन याचिकाओं के साथ एक अभियान शुरू किया गया है। ये याचिकाएं न केवल दीवार के इस हिस्से को तोड़ने की प्रक्रिया को रोकने की मांग करती हैं, बल्कि रॉक गार्डन को राष्ट्रीय धरोहर स्थल के रूप में मान्यता देने की भी अपील करती हैं।
पहली याचिका, जिसका नाम ‘रॉक गार्डन बचाओ, चंडीगढ़ बचाओ’ है, में कहा गया है कि चंडीगढ़ का रॉक गार्डन केवल एक कलात्मक चमत्कार ही नहीं, बल्कि रचनात्मकता और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक भी है। इसमें आसपास के जंगल क्षेत्र को संरक्षित करने की अहमियत पर भी जोर दिया गया है। सोमवार तक इस याचिका पर 2,588 लोगों ने हस्ताक्षर किए थे।
इसी तरह, “सेविंग चंडीगढ़” नाम से दूसरी याचिका शुरू की गई है। इसमें रॉक गार्डन की दीवार को तोड़ने की प्रक्रिया रोकने, पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने, परियोजना पर पारदर्शी जन सुनवाई करने और शटल बसों व बहु-स्तरीय पार्किंग जैसे टिकाऊ विकल्पों पर विचार करने की मांग की गई है।
प्रशासन से इस परियोजना का विस्तृत रिपोर्ट और पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन जनता के सामने पेश करने को भी कहा गया है। याचिका में उल्लेख किया गया है, “रॉक गार्डन की बाहरी दीवार का एक हिस्सा पहले ही तोड़ा जा चुका है और पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पास पार्किंग बनाने व सड़क चौड़ी करने के लिए सैकड़ों पुराने पेड़ काटे गए हैं। आने वाले दिनों में और पेड़ काटे जाने की योजना है। यह सब एक अदालती निर्देश के तहत किया जा रहा है।”
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