ग्वालियर। गर्मी और बढ़ते प्रदूषण के बीच मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अनूठा और प्रेरणादायक कदम उठाया है। उन्होंने तीन बड़े फैसले किए हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण और ऊर्जा बचत को लेकर जनता के लिए मिसाल बनेंगे।
आज से एक महीने तक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपने घर के बाहर नवीन पार्क में लगाए गए तंबू में रहेंगे। इस तंबू में एसी की जगह एक साधारण पंखा ही है। मंत्री जी ने एसी का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करने का संकल्प लिया है। इसके अलावा, वे केवल वीआईपी दौरे पर ही कार का उपयोग करेंगे, और बाकी समय टू-व्हीलर से ही अपनी यात्राएं पूरी करेंगे।
प्रदूषण और ऊर्जा बचत के लिए तीन बड़े फैसले
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय ग्वालियर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए लिए गए हैं। उन्होंने अपने अनुभव और आंकड़ों के माध्यम से जनता को बताया कि:
- एसी चलाने से कितनी बिजली खर्च होती है।
- फोर व्हीलर (कार) से कितना कार्बन डाइऑक्साइड निकलता है।
- प्रदूषण और ऊर्जा बचत के लिए बिना प्रेस की गई ड्रेस पहनने का भी फैसला लिया गया है।
इन कदमों का उद्देश्य केवल प्रदूषण को कम करना ही नहीं, बल्कि लोगों को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है।
मंत्री का तंबू में रहने का अनुभव
मध्य प्रदेश में तापमान बढ़ने के बावजूद मंत्री जी ने एसी के बजाय पंखे के नीचे रात बिताना शुरू कर दिया है। वे इस तंबू में एक महीने तक रहेंगे, ताकि वे खुद अपने संकल्प को पूरी ईमानदारी से निभा सकें और जनता के लिए उदाहरण प्रस्तुत कर सकें।
यह कदम न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि आम जनता को भी यह संदेश देता है कि छोटे-छोटे बदलाव हमारे पर्यावरण को बचाने में बड़ा योगदान दे सकते हैं।
टू-व्हीलर से दौरे और वीआईपी विजिट में ही कार का उपयोग
प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह भी घोषणा की है कि वे वीआईपी दौरे को छोड़कर फोर व्हीलर का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर देंगे। इससे सड़क पर चलने वाले वाहनों की संख्या कम होगी और प्रदूषण में भी कमी आएगी।
प्रदूषण नियंत्रण में मंत्री के कदम क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- ग्वालियर सहित पूरे मध्य प्रदेश में वायु प्रदूषण चिंता का विषय बन चुका है।
- वाहन और बिजली उपकरणों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण बढ़ाता है और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
- मंत्री के ये फैसले जनता को भी प्रेरित करेंगे कि वे भी अपने स्तर पर ऊर्जा बचाने और प्रदूषण कम करने के उपाय अपनाएं।
निष्कर्ष
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का यह कदम न केवल एक संकल्प है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मजबूत मिसाल भी है। जब नेता स्वयं ऐसे फैसले लेकर जनता के बीच उदाहरण प्रस्तुत करते हैं, तो इससे समाज में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद और बढ़ जाती है।
अगर हम सभी ऊर्जा बचाने और प्रदूषण कम करने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं, तो हमारा पर्यावरण साफ और स्वस्थ रहेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कौन से तीन बड़े फैसले लिए हैं?
उत्तर: बिना एसी के तंबू में एक महीने तक रहना, फोर व्हीलर का इस्तेमाल केवल वीआईपी दौरे पर करना, और बिना प्रेस की हुई ड्रेस पहनना।
प्रश्न 2: मंत्री ने ये कदम क्यों उठाए हैं?
उत्तर: ग्वालियर में बढ़ते प्रदूषण और ऊर्जा की बचत के लिए।
प्रश्न 3: मंत्री कहाँ रह रहे हैं?
उत्तर: ग्वालियर के नवीन पार्क में लगे तंबू में, जिसमें केवल पंखा है और कोई एसी नहीं।





