कर्नाटक के मंगलुरु में एक स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान “पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारा लगाने के आरोप में एक व्यक्ति की भीड़ ने बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी। यह घटना 28 अप्रैल, रविवार को कुडुपु गाँव के भटरा कल्लूरती मंदिर के पास हुई।
क्या हुआ था?
पीड़ित, जिसकी अभी तक पहचान स्पष्ट नहीं हुई है, क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान सचिन नाम के शख्स से झगड़ा करने लगा। गवाहों के मुताबिक, यह विवाद तेजी से हिंसक हो गया और भीड़ ने उस व्यक्ति को लाठियों और घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश भी की, लेकिन भीड़ ने उसे बेहोश होने तक मारा।
बाद में उसे मंदिर के पास बेहोश पड़ा मिला, जहाँ उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पाया गया कि उसे कई जगहों पर गंभीर चोटें आई थीं और अंदरूनी रक्तस्राव से उसकी मौत हुई।
पुलिस जाँच और गिरफ्तारियाँ
मंगलुरु पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल ने बताया कि शुरू में मामला “अस्वाभाविक मौत” के तहत दर्ज किया गया था, लेकिन भीड़ द्वारा हमले के सबूत मिलने के बाद इसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
- मुख्य आरोपी: सचिन (पहले ही गिरफ्तार)।
- कुल गिरफ्तारियाँ: अब तक 10-12 लोग।
- कानूनी धाराएँ: भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिसमें उम्रकैद या फाँसी की सजा का प्रावधान है।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा की जाँच कर अधिक संदिग्धों को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वरा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा:
“पीड़ित की मौत तुरंत नहीं हुई, बल्कि चोटों के कारण बाद में हुई। जाँच चल रही है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
महत्वपूर्ण बातें
- सिर्फ एक आरोप पर हिंसा: यह घटना दिखाती है कि कैसे सिर्फ आरोपों के आधार पर भीड़ हिंसा पर उतारू हो जाती है।
- कानूनी सख्ती: पुलिस ने कड़े कानूनी प्रावधान लागू किए हैं, जो इस मामले की गंभीरता को दिखाता है।
- सतर्कता की जरूरत: ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक स्तर पर जागरूकता और कानून का सख्त पालन जरूरी है।
यह घटना एक चेतावनी है कि भीड़ की हिंसा कितनी खतरनाक हो सकती है। पुलिस को निष्पक्ष जाँच करनी चाहिए, साथ ही समाज को भी ऐसी मानसिकता पर विचार करना होगा।