📍 घटना की मुख्य झलक
- स्थान: ग्राम सहारन, भितरवार, ग्वालियर जिला
- घटना का समय: गुरुवार रात लगभग 12 बजे
- आरोपी: विक्रमजीत उर्फ विक्की संधू
- पीड़ित:
- पत्नी दलजीत (गंभीर रूप से घायल)
- साला ओंकार (घटनास्थल पर मौत)
- अपराध: घरेलू विवाद के चलते गोलीबारी
- वर्तमान स्थिति: आरोपी फरार, पुलिस जांच जारी
📰 पूरी घटना का विवरण
ग्वालियर के भितरवार तहसील स्थित ग्राम सहारन में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार की देर रात, एक पति ने अपनी पत्नी और साले पर गोली चला दी, जिसमें साले ओंकार की मौके पर ही मौत हो गई और पत्नी दलजीत गंभीर रूप से घायल हो गई।
🔹 विवाद की पृष्ठभूमि
- शादी: चार साल पहले दलजीत की शादी विक्रमजीत उर्फ विक्की संधू से हुई थी।
- विवाद: पति-पत्नी के बीच लंबे समय से घरेलू विवाद चल रहा था।
- अलगाव: दलजीत अपने मायके में रह रही थी।
- घटना से पहले: दलजीत गुरुवार को अपने भाई ओंकार के साथ ससुराल वापस गई थी।
🔹 गोलीबारी कैसे हुई?
जब दलजीत अपने भाई के साथ ससुराल पहुंची, तो वहां पति विक्की से कहासुनी हो गई। बहस के दौरान विक्की ने गुस्से में आकर पहले ओंकार पर गोली चलाई जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जब दलजीत ने विरोध किया, तो विक्की ने उसे भी गोली मार दी। वह खून से लथपथ वहीं तड़पती रही।
🚓 पुलिस की कार्रवाई और बयान
📍 मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना की जानकारी मिलते ही:
- एसडीओपी जितेंद्र नगाइच
- थाना प्रभारी हितेंद्र सिंह राठौड़
पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन तब तक आरोपी घर पर ताला लगाकर फरार हो चुका था।
🗣️ पुलिस का बयान
“पति ने पत्नी और साले पर गोली चलाई थी। साले की मौत हो गई है और पत्नी का इलाज ग्वालियर में चल रहा है। हत्या और हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर लिया गया है।”
— एसडीओपी, जितेंद्र नगाइच
🔍 जांच के बिंदु
- गोली लाइसेंसी हथियार से चलाई गई थी या अवैध हथियार से — जांच जारी
- घरेलू विवाद की असली वजह क्या थी — पुलिस कर रही है पड़ताल
🧑⚖️ एएसपी का बयान
ग्वालियर के एएसपी निरंजन शर्मा ने पुष्टि की कि यह पूरी वारदात घरेलू विवाद की वजह से हुई। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आरोपी विक्की संधू के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
🧬 सामाजिक चिंता: बढ़ते घरेलू हिंसा के मामले
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि:
- क्या भारत में घरेलू विवादों के समाधान के लिए पर्याप्त व्यवस्था है?
- क्या महिलाओं की सुरक्षा और कानूनी सहायता तक पहुंच पर्याप्त है?
- क्या समाज में संवेदनशीलता और संवाद की कमी ऐसे जघन्य अपराधों को जन्म दे रही है?