BY: Yoganand Shrivastva
भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने की तैयारियों के बीच पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ गई हैं। भारतीय थलसेना, वायुसेना और नौसेना तीनों ही सतर्क मोड में हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान ने सीमा पर अपनी सैन्य शक्ति बढ़ाने के लिए चीन से मिले हथियारों का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
JF-17 फाइटर जेट की तैनाती से शुरुआत
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अपनी हवाई ताकत को मजबूत करने के लिए JF-17 थंडर फाइटर जेट को अग्रिम पंक्ति में खड़ा किया है। इन फाइटर जेट्स को सरगोधा एयरबेस और कराची के मौरीपुर एयरबेस पर तैनात किया गया है। पहले इन स्थानों पर अमेरिकी F-16 विमानों को रखा गया था, जिन्हें अब पाकिस्तान ने पसनी एयरबेस (ग्वादर के पास) स्थानांतरित कर दिया है। माना जा रहा है कि भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की मारक क्षमता को देखते हुए पाकिस्तान ने अपने F-16 जेट्स को छिपा दिया है।
सैटेलाइट इमेज से खुलासा
भारत के पास पाकिस्तान के एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरें मौजूद हैं, जिनमें JF-17 विमानों की तैनाती स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। कराची के मौरीपुर एयरबेस में भी ऐसे ही जेट्स हैंगर में नजर आ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हालात बिगड़े, तो भारत के पास इन विमानों को निशाना बनाने की पूरी क्षमता है।
पाकिस्तानी वायुसेना: चीन-निर्मित हथियारों पर निर्भरता
पाकिस्तान की वायुसेना में ज्यादातर आधुनिक हथियार चीन से लिए गए हैं। इनमें शामिल हैं:
- JF-17 Thunder – मल्टीरोल फाइटर जेट
- F-7PG Skybolt – MiG-21 का चीनी संस्करण
- K-8 Karakorum – ट्रेनर एयरक्राफ्ट
- Wing Loong II – सशस्त्र ड्रोन
- CH-4 UAV – मानव रहित विमान
- SD-10 (PL-12) – मीडियम रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल
- PL-5, PL-8, PL-9C – शॉर्ट रेंज एयर-टू-एयर मिसाइलें
- CM-400AKG – एंटी-शिप एयर लॉन्च्ड मिसाइल
- C-802AK – क्रूज़ मिसाइल
पाकिस्तानी सेना में चीनी हथियारों की भरमार
पाकिस्तान की थलसेना भी चीन पर अत्यधिक निर्भर है। उसके पास निम्नलिखित प्रमुख हथियार प्रणाली हैं:
- VT-4 – तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक
- Type 59, 69, 85-IIAP – पुराने चीनी टैंक
- SH-15 Howitzer – 155mm की मोबाइल तोप
- A-100 – मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर
- LY-80 (HQ-16) – मीडियम रेंज SAM सिस्टम
- HJ-8, HJ-10 – एंटी-टैंक मिसाइलें
- Type 85 APC – बख्तरबंद ट्रूप कैरियर
- FN-6 MANPADS – पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम
- KJ-2000 और NORINCO रडार सिस्टम – सीमित स्तर पर तैनात
पाकिस्तान नौसेना भी चीन की तकनीक से लैस
पाकिस्तानी नौसेना को भी चीन से अत्याधुनिक तकनीक मिली है, जिसमें शामिल हैं:
- F-22P Zulfiquar-Class Frigate – टाइप 053H3 पर आधारित युद्धपोत
- Type 054A/P Frigate – नई गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट्स
- Yuan-Class Submarines (Type 039A/041) – निर्माणाधीन AIP पनडुब्बियां
- C-802 Anti-Ship Missile – जहाजों और विमानों के लिए
- LY-60N Naval SAM – समुद्री वायु रक्षा प्रणाली
- Harbin Z-9EC Helicopter – पनडुब्बी रोधी हेलिकॉप्टर
- YJ-62, CM-302 Missiles – सुपरसोनिक और सबसोनिक एंटी-शिप मिसाइलें
- SR2410C Radar System – आधुनिक युद्धपोतों पर प्रयुक्त रडार
- Chinese Combat Management System – चीनी प्लेटफॉर्म से एकीकृत नियंत्रण प्रणाली
भारत के जवाबी हमले की आशंका से घबराए पाकिस्तान ने चीन से मिले हथियारों पर अपनी सैन्य तैयारी केंद्रित कर दी है। चाहे वायुसेना हो, थलसेना या नौसेना—हर क्षेत्र में पाकिस्तान की सेना ‘मेड इन चाइना’ हथियारों पर आश्रित दिख रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इन हथियारों के सहारे पाकिस्तान भारत की सैन्य ताकत का सामना कितनी देर तक कर पाएगा।
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