दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप-प्रधानमंत्री एलके आडवाणी की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके चलते उन्हें दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहीं अपोलो हॉस्पिटल के अधिकारियों ने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी की हालत फिलहाल स्थिर है। बता दें कि उनके अस्पताल में भर्ती होने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। वहीं आडवाणी को पिछले 7 महीनों में तीसरी बार हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा है। बता दें कि वर्तमान में आडवाणी की उम्र 96 वर्ष है।
राजनीति में प्रमुख हस्ती हैं आडवाणी
आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को कराची में हुआ था। मात्र 14 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे। 1947 के विभाजन के बाद आडवाणी और उनका परिवार भारत आ गया था। बता दें कि आडवाणी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य भी रहे हैं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी को उठाने में भी उनका मुख्य किरदार रहा है। वह 3 बार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रहे हैं।
भाजपा को मजबूत बनाने में अहम रोल
एलके आडवाणी का भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टी बनाने में अहम रोल रहा है। 1980 में भारतीय जनसंघ के विघटन के बाद आडवाणी ने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीजेपी ने 1984 में आम चुनावों में केवल दो सीटों ही प्राप्त की थी, आडवाणी की अहम भूमिका के चलते 1990 में बीजेपी एक मजबूत पार्टी बनकर उभरी।
2009 के चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार
2009 के चुनावों में लाल कृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था। लेकिन उस वक्त पार्टी पर्याप्त सीटों पर जीत दर्ज नहीं कर सकी। उसके बाद से ही लाल कृष्ण आडवाणी की भूमिका धीरे-धीरे पार्टी से खत्म होती गई।