आगरा। ताज नगरी आगरा में जल्द ही यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए बड़ा कदम उठाया जाएगा। शहर में एक अत्याधुनिक बस अड्डा बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इस बस अड्डे पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
यातायात सुधार के लिए बनाई जाएगी कमेटी
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। डीसीपी ट्रैफिक की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी। इसमें निम्नलिखित लोग शामिल होंगे:
- एआरटीओ (सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी)
- नगर निगम के अधिकारी
- ट्रांसपोर्ट यूनियन के प्रतिनिधि
इस कमेटी का मुख्य उद्देश्य आगरा की सड़कों पर ट्रैफिक को नियंत्रित करना और यात्रियों के लिए सुविधाएं बेहतर बनाना होगा।
निजी बसों के लिए अलग बस अड्डे पर विचार
मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने जानकारी दी कि शहर में निजी बसों के लिए भी अलग से बस अड्डा बनाने की योजना पर काम हो रहा है। इसके लिए दो एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। यदि यह जमीन उपलब्ध होती है तो वहां आधुनिक सुविधाओं से लैस बस अड्डा तैयार किया जाएगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बैठक में ट्रांसपोर्ट यूनियन के प्रतिनिधियों ने बताया कि आगरा में बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी पर्यटक आते हैं। वर्तमान में प्राइवेट वाहनों का अधिक उपयोग किया जाता है। यदि यहां हाई-स्टैंडर्ड बस अड्डा बनता है तो इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और शहर की साख भी बढ़ेगी।
मथुरा-वृंदावन में निरस्त हुए 2318 सीएनजी ऑटो परमिट
बैठक के दौरान मथुरा-वृंदावन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी भी सामने आई। बताया गया कि दिसंबर 2016 तक मथुरा-वृंदावन नगर निगम द्वारा 3035 सीएनजी ऑटो रिक्शा परमिट जारी किए गए थे। इसके बाद नए परमिट जारी करने पर रोक लगा दी गई थी। कई बार सूचना देने के बावजूद भी वाहन चालकों ने अपने परमिट का नवीनीकरण और फिटनेस नहीं कराई।
इस पर मंडलायुक्त ने सख्त रुख अपनाते हुए 2318 परमिट रद्द कर दिए। साथ ही श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 200 नए सीएनजी ऑटो रिक्शा परमिट ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए जारी करने का निर्णय लिया गया। इन परमिट के लिए जरूरी शर्तें भी तय की गई हैं।
बैठक में मौजूद रहे अधिकारी
इस अहम बैठक में कई अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं:
- सीडीओ प्रतिभा सिंह
- उप परिवहन आयुक्त विदिशा सिंह
- आरटीओ अरुण कुमार
निष्कर्ष
आगरा में आधुनिक बस अड्डा और यातायात सुधार की यह योजना शहरवासियों और पर्यटकों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगी। इससे न केवल जाम की समस्या कम होगी, बल्कि आगरा की सड़कों पर सफर भी आरामदायक बनेगा। साथ ही, मथुरा-वृंदावन में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए उठाए गए कदम भी सराहनीय हैं।