सीमा सुरक्षा बल (BSF) जल्द ही अपने जवानों को एक नया और उन्नत रूप देने जा रहा है। बांग्लादेश और पाकिस्तान की सीमाओं पर तैनात जवानों को अब एक नई डिजिटल पैटर्न वाली वर्दी पहनने को मिलेगी, जो न सिर्फ देखने में आधुनिक होगी बल्कि पहले से अधिक आरामदायक और कार्यक्षम भी होगी। इसके साथ ही, राजस्थान सीमा पर स्मार्ट फेंसिंग सिस्टम भी लगाया जा रहा है जो सुरक्षा को नई ऊंचाई देगा।
नई वर्दी की खास बातें
- डिजिटल पैटर्न: सेना और सीआरपीएफ जैसी डिज़ाइन, जिससे जवान आसानी से घुल-मिल सकें।
- कपड़े की गुणवत्ता:
- 80% कॉटन
- 19% पॉलिएस्टर
- 1% स्पैन्डेक्स
- आरामदायक और लचीली: स्पैन्डेक्स के कारण वर्दी खिंचती है और पहनने में आरामदायक है।
- रंग संयोजन:
- 50% खाकी
- 45% हरा
- 5% भूरा
वर्दी की सिलाई जवानों के नाप के अनुसार की जा रही है और इसका कपड़ा सभी बटालियनों और सेक्टर मुख्यालयों तक पहुंचा दिया गया है।
स्मार्ट फेंसिंग: तकनीक से मजबूत होगी सुरक्षा
राजस्थान की सीमा पर जहां परंपरागत फेंसिंग कमज़ोर साबित हुई थी, वहां अब स्मार्ट फेंसिंग सिस्टम लगाया जा रहा है।
स्मार्ट फेंसिंग की विशेषताएं:
- दस फीट ऊंची प्लास्टिक-लेपित फेंस: जंग नहीं लगेगा और टिकाऊ रहेगा।
- कोबरा वायर मेश: फेंस के दोनों ओर लगाया गया है, जिससे कोई आसानी से पार नहीं कर सकता।
- सेंसर अलर्ट सिस्टम: किसी भी हरकत पर सेंसर तुरंत अलर्ट भेजते हैं।
- स्थान:
- श्रीगंगानगर और अनूपगढ़ जिलों के सीमावर्ती इलाकों में
- विशेष रूप से घग्गर नदी क्षेत्र, जहां बारिश के दौरान बाढ़ की स्थिति बनती है।
बीएसएफ अधिकारी का बयान
राजस्थान फ्रंटियर के इंस्पेक्टर जनरल एम. एल. गर्ग ने बताया कि नई वर्दी पुराने संस्करण की तुलना में कहीं अधिक आरामदायक, हवादार और कार्य-उपयुक्त है। उन्होंने सीमावर्ती इलाकों का दौरा कर सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा भी लिया।
बीएसएफ की यह नई पहल न केवल जवानों के अनुभव को बेहतर बनाएगी, बल्कि सीमाओं की सुरक्षा को भी अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित करेगी। नई वर्दी और स्मार्ट फेंसिंग जैसी योजनाएं देश की सीमाओं को और भी अधिक सुरक्षित और सतर्क बनाएंगी।