इंदौर से मेघालय हनीमून पर गए राजा रघुवंशी की रहस्यमय हत्या के मामले में अब बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही इस हत्या में शामिल तीन अन्य लोगों को भी पकड़ा गया है, जो मध्य प्रदेश के ही निवासी हैं। अभी एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
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अब तक क्या-क्या सामने आया?
1. गाजीपुर से हुई गिरफ्तारी
- मेघालय पुलिस ने सोनम रघुवंशी को गाजीपुर से गिरफ्तार किया।
- डीजीपी आई. नोंनगरंग ने पुष्टि की कि गिरफ्तार सभी चारों आरोपी राजा रघुवंशी की हत्या में शामिल हैं।
2. पर्यटक गाइड का अहम बयान
- एक स्थानीय टूरिस्ट गाइड अल्बर्ट पडे ने बताया कि 23 मई को उसने राजा और सोनम को तीन अन्य पुरुषों के साथ देखा था।
- यह ग्रुप 3000 सीढ़ियों वाली ट्रैकिंग पर नोंग्रियात से मावलखियात जा रहा था।
- गाइड ने बताया कि चारों पुरुष आगे चल रहे थे जबकि महिला (संभवतः सोनम) पीछे थी।
3. भाषा बनी बाधा
- गाइड ने बताया कि सभी पुरुष हिंदी में बात कर रहे थे।
- चूंकि वह केवल खासी और अंग्रेज़ी जानता था, इसलिए बातचीत का मतलब नहीं समझ पाया।
कैसे खुली हत्या की परतें?
- राजा रघुवंशी 23 मई को लापता हो गए थे।
- 2 जून को उनका शव एक गहरी खाई से बरामद हुआ।
- इसके बाद सोनम भी लापता बताई गई, लेकिन पुलिस को शक था।
- सोनम ने खुद ही अपने घर फोन कर घटना की सूचना दी, जिससे पुलिस को अहम सुराग मिला।
तीन अन्य आरोपी कौन?
- अभी पुलिस ने गिरफ्तार तीनों पुरुषों की पहचान उजागर नहीं की है।
- सभी मध्य प्रदेश से हैं, लेकिन नाम और भूमिका की जानकारी साझा नहीं की गई है।
मेघालय के सीएम ने क्या कहा?
- मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने ट्वीट कर मेघालय पुलिस की कार्रवाई की सराहना की।
- उन्होंने कहा कि इस केस में बड़ी सफलता मिली है और जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
अब आगे क्या?
- पुलिस यह जानने में जुटी है कि राजा रघुवंशी की हत्या क्यों की गई।
- सोनम और उसके साथियों की भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है।
- एक और महिला आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश के लिए अभियान चल रहा है।
निष्कर्ष
राजा रघुवंशी मर्डर केस ने मेघालय और मध्य प्रदेश दोनों में सनसनी फैला दी है। हनीमून ट्रिप के दौरान इस तरह की हत्या, और उसमें पत्नी का नाम आना, कई सवाल खड़े करता है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए खुलासे सामने आ रहे हैं। जनता को अब पुलिस की अगली कार्रवाई और कोर्ट की प्रक्रिया का इंतज़ार है।