BY: Yoganand Shrivastva
पणजी : गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे गोवा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) के एक वरिष्ठ डॉक्टर को सख्त लहजे में फटकार लगाते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कथित रूप से इलाज से इनकार करने वाले डॉक्टर पर नाराजगी जताते हुए तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया।
क्या है पूरा मामला?
घटना शनिवार को बाम्बोलिम स्थित GMCH में उस समय हुई जब मंत्री राणे अचानक निरीक्षण पर पहुंचे। इस दौरान एक मरीज द्वारा फोन पर यह शिकायत की गई कि अस्पताल के एक डॉक्टर ने उसका इलाज करने से मना कर दिया और साथ ही अशिष्ट व्यवहार भी किया।
मरीज की बात सुनकर मंत्री का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने डॉक्टर को सीधे तौर पर फटकार लगाते हुए कहा,
“ज़ुबान पर काबू रखना सीखो।”
इसके साथ ही उन्होंने संबंधित डॉक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश भी दे दिया।
राजनीतिक विवाद में बदली घटना
इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद गोवा कांग्रेस ने इसे तुरंत अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर करते हुए राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि किसी भी अधिकारी के साथ इस तरह सार्वजनिक रूप से व्यवहार करना अनुशासन के नाम पर अपमानजनक है।
चिकित्सा समुदाय में रोष
डॉक्टर को इस तरह सार्वजनिक रूप से डांटना और तत्काल निलंबन के फैसले को लेकर मेडिकल एसोसिएशनों और डॉक्टरों के बीच नाराजगी देखने को मिल रही है। कुछ स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि यदि डॉक्टर की गलती थी भी, तो उसे संवैधानिक प्रक्रिया के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई के माध्यम से निपटाया जाना चाहिए था।
मंत्री का रुख साफ: मरीज की सुरक्षा सर्वोपरि
इस पूरी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री राणे ने कहा कि मरीजों के साथ अभद्रता या लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
“हमारे अस्पतालों में हर मरीज को सम्मान और सही इलाज मिलना चाहिए। किसी भी डॉक्टर को अपने व्यवहार और ज़िम्मेदारी का ध्यान रखना होगा।”